AIUDF चीफ बदरुद्दीन अजमल
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा के सब्जियों की महंगाई पर दिए गए बयान को लेकर विवाद शुरू हो गया है. कई मुस्लिम संगठनों ने सीएम के बयान की कड़ी निंदा कते हुए पलटवार किया है. ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि राज्य के सीएम होने नाते उन्हें ऐसे बयानों से बचना चाहिए, ये ठीक नहीं लगता है. बदरुद्दीन अजमल ने आगे कहा कि सीएम ऐसे बयान देकर मुसलमान और असमिया लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं.
सीएम के बयान पर ओवैसी का पलटवार
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के चीफ ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा, ऐसे बयानों से अगर किसी भी तरह की कोई घटना घटती है तो उसके लिए मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे. वहीं इससे पहले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी सीएम हिमंता बिस्व सरमा के बयान पर जोरदार पलटवार किया था. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि देश में एक ऐसी मंडली है जिसके घर अगर भैंस दूध न दे या फिर मुर्गी अंडा ना दे तो उसके लिए भी मिया को जिम्मेदार बता दिया जाता है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने 13 जुलाई को सब्जियों की बढ़ती कीमतों को लेकर बयान दिया था कि पूर्वी बंगाल मूल के मुसलमान असम में रहने वाले लोगों को ज्यादा कीमत में सब्जियां बेच रहे हैं. गुवाहाटी के सब्जी बाजारों पर मिया लोगों ने नियंत्रण कर रखा है. अगर इनकी जगह कोई असम का व्यक्ति सब्जियां बेच रहा होता तो असमिया लोगों से बढ़ी हुई कीमतें नहीं ले सकता था. उन्होंने ये भी कहा था कि वे जल्द ही मिया सब्जी बेचने वालों को शहर से बाहर निकाल देंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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