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लोकसभा चुनाव को लेकर अखिलेश का बड़ा दांव, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को इस सीट से उतारने की तैयारी

Lok Sabha Elections 2024: सत्यपाल मलिक लगातार तमाम मुद्दों को लेकर पीएम मोदी पर हमलावर हैं और किसान आंदोलन को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा है.

फोटो-सोशल मीडिया

Lok Sabha Elections-2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने वाले जम्मू-कश्मीर से पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. खबरों के मुताबिक, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनको यूपी की अलीगढ़ सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है. बताया जा रहा है कि अखिलेश यहां से भाजपा के खिलाफ मलिक को उतारने की पूरी तैयारी कर चुके हैं. मालूम हो कि मलिक अलीगढ़ से साल 1989 में एमपी रह चुके हैं. तो वहीं माना जा रहा है कि रालोद प्रमुख जयंत चौधरी के इंडिया गठबंधन छोड़ देने के बाद से अखिलेश जाट लैंड यानी पश्चिमी यूपी में कमजोर हुए अपने संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं और कुनबा बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं और जाट लैंड में अपनी ताकत दिखाने के लिए वह प्रयासरत हैं, क्योंकि मलिक भी जाट बिरादरी से ही आते हैं. यही वजह है कि अखिलेश लगातार मलिक को अपने साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं.

साल 2021 के 8 नवम्बर में मलिक को ग्लोबल जाट शिखर सम्मेलन में भी आमंत्रित किया गया था. तो वहीं जिसने उन्हें जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाया लेकिन बाद रिश्ते इतने कड़वे हो गए कि सत्यपाल मलिक ने बीजेपी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया. वह लगातार भाजपा के विरोध में बयानबाजी करते दिखाई दे रहे हैं और यही वजह है कि अब वह विपक्ष की आवाज़ भी बन गए हैं. अब विपक्ष सत्यपाल मलिक को लगातार मोदी सरकार के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है. तो वहीं इसका पूरा फायदा अब अखिलेश उठाने का प्रयास कर रहे हैं और यही वजह है कि उनको अलीगढ़ से टिकट देने का बड़ा दांव चल दिया है. इधर वह लगातार किसान आंदोलन को लेकर भी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. तो वहीं माना जा रहा है कि, जयंत को कड़ी टक्कर देने के लिए ही अखिलेश मलिक को अलीगढ़ से उतारना चाह रहे हैं और इसी के साथ ही वेस्ट यूपी में सपा को मजबूत करने की कोशिश में लगे हुए हैं.

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बता दे कि मलिक अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के 10वें और अंतिम राज्यपाल के रूप में नियुक्त रहे. उनके कार्यकाल के दौरान 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द कर दिया गया था और इसी के बाद उनको गोवा का 18वां राज्यपाल बनाया गया. तो वहीं अक्टूबर 2022 तक मेघालय के 21वें राज्यपाल के तौर पर कार्य किया.

-भारत एक्सप्रेस

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