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2030 तक देश की GDP में 120 अरब डॉलर का योगदान दे सकते हैं Startups: Kalaari Capital

2023 में भारतीय स्टार्ट-अप्स ने देश की GDP में 35 अरब डॉलर का योगदान दिया है. यह नंबर 2047 तक बढ़कर 1.6 ट्रिलियन डॉलर हो सकती है, जब भारत 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य रखता है

(प्रतीकात्मक तस्वीर: IANS)

भारत एक परिवर्तनकारी युग के मुहाने पर खड़ा है, जहां स्टार्ट-अप्स इसकी आर्थिक वृद्धि के पीछे प्रेरक शक्ति के रूप में तैनात हैं. बेंगलुरु स्थित वेंचर कैपिटल फर्म कलारी कैपिटल (Kalaari Capital) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश के स्टार्ट-अप्स 2030 तक देश की GDP में 120 अरब डॉलर का योगदान दे सकते हैं, जो वर्तमान स्तर से लगभग 3.5 गुना अधिक है.

2047 तक स्टार्ट-अप्स की वैल्यु 1.6 ट्रिलियन डॉलर

2023 में भारतीय स्टार्ट-अप्स ने देश की GDP में 35 अरब डॉलर का योगदान दिया है. यह नंबर 2047 तक बढ़कर 1.6 ट्रिलियन डॉलर हो सकती है, जब भारत 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य रखता है. अगर हम विकसित देशों की बात करें, तो उनके GDP में टेक स्टार्ट-अप्स का योगदान लगभग 5-10 प्रतिशत है.

इनमें से एडटेक बाजार के 2030 तक 20 प्रतिशत की CAGR से बढ़ने की उम्मीद है. इस विकास पथ को सपोर्ट करते हुए एडटेक स्टार्ट-अप ने अब तक निवेशकों से 12 अरब डॉलर से अधिक का फंड जुटाया है. दूसरी ओर हेल्थटेक स्टार्ट-अप ने भारत में डिजिटलीकरण को बढ़ाने के लिए 7 अरब डॉलर का फंड जुटाया है. 26 यूनिकॉर्न वाले फिनटेक सेक्टर में अगले तीन वर्षों में पांच गुना वृद्धि होने की उम्मीद है.

2030 तक 10,000 डीपटेक स्टार्ट-अप्स

रिपोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के आर्थिक पथ के लिए डीपटेक महत्वपूर्ण है. रिपोर्ट में कहा गया है, “वर्तमान में, भारत दुनिया के तीसरे सबसे बड़े डीपटेक इकोसिस्टम की मेजबानी करता है. 2030 तक डीपटेक स्टार्ट-अप की संख्या 3,600 से बढ़कर लगभग 10,000 हो जाएगी. इसलिए, इस क्षेत्र में फंडिंग भी बढ़ेगी.”

रिपोर्ट में कहा गया है कि डीपटेक सेक्टर मुख्य रूप से स्पेसटेक, क्लाइमेटटेक, सेमीकंडक्टर, मोबिलिटी और ईवी और साइबर-फिजिकल सिस्टम द्वारा संचालित होगा.

भारत को अपना पहला निजी तौर पर प्रबंधित डीपटेक इनोवेशन हब भी मिला है, जो इनक्यूबेशन केंद्रों से उत्तीर्ण सदस्यों को एकजुट करके 100 मिलियन डॉलर जुटाएगा और उन्हें अपने नए विचारों को वास्तविकता में बदलने के लिए सपोर्ट  प्रदान करेगा.


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-भारत एक्सप्रेस



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