अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे
Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान की खबरें इंटरनेट पर छाई हुई हैं. इस पर सियासी दलों के नेताओं के बयान तो आ ही रहे हैं, केजरीवाल के ‘गुरु’ माने जाने वाले सोशल एक्टिविस्ट अन्ना हजारे ने भी प्रतिक्रिया दी है.
अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल के बारे में कहा, “अब केजरीवाल सीएम पद छोड़ने की बात कह रहे हैं, जबकि मैंने उनको पहले ही कहा था कि हमें राजनीति में नहीं जाना, समाज की सेवा करनी है. इसी से तुम बड़े आदमी बन जाओगे.”
मैंने उनको बार बार कहा था राजनीति में नहीं जाना: अन्ना
बकौल अन्ना, “कई साल हम लोग साथ में रहे, उस वक्त मैं बार-बार कह रहा था कि राजनीति में नहीं जाना. समाज सेवा अपने जीवन में आनंद देती है. मैं आनंद में डूबे रहने वाला व्यक्ति हूं. आज जो होना था, वो हो गया. उनके दिल में क्या है, ये मैं क्या जानता हूं?”
अनशन के बाद केजरीवाल ने लिया था सियासत में आने का फैसला
गौरतलब हो कि अरविंद केजरीवाल 2011 में अन्ना हजारे के आमरण अनशन का हिस्सा थे. अन्ना ने जन लोकपाल विधेयक को पारित कराने के लिये 16 अगस्त 2011 से आमरण अनशन आरम्भ किया था. अन्ना का पूरा नाम किसन बाबूराव हजारे है, हालांकि अधिकांश लोग उन्हें अन्ना हजारे के नाम से जानते हैं. सन् 1992 में भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था. वे सूचना के अधिकार के लिये कार्य करने वालों में प्रमुख चेहरे रहे हैं.
केजरीवाल ने 2011 के जनांदोलन के बाद ही सियासत में आने का ऐलान किया था. इस आंदोलन से जुड़े लोगों के साथ मिलकर उन्होंने 2013 में ‘आम आदमी पार्टी’ शुरू की थी और पहले ही चुनाव में दिल्ली में सरकार भी बना ली. उसके बाद दिल्ली में 2 बार चुनाव हुए और ‘आम आदमी पार्टी’ ऐतिहासिक बहुमत के साथ दोनों बार सत्ता में आई.
— भारत एक्सप्रेस
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