अन्ना हजारे
लोकसभा चुनावों के बीच सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मतदाताओं से सावधानीपूर्वक सही उम्मीदवार चुनने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्र की शक्ति अयोग्य हाथों में नहीं जानी चाहिए. हजारे ने लोकतंत्र में सक्रिय भागीदारी के महत्व पर जोर दिया और निष्ठावान एवं ईमानदार व्यक्तियों को चुने जाने की वकालत की.
इसके अलावा उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि मतदाताओं के पास देश के भविष्य की कुंजी है. गौरतलब है कि देश में आज (13 मई) 96 लोकसभा सीटों पर चौथे चरण का मतदान हो रहा है.
केजरीवाल की आलोचना
अन्ना हजारे ने मतदाताओं से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के तहत आने वाले राजनेताओं को न चुनने की सलाह देते हुए साफ रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को चुनने का आग्रह किया. उन्होंने कथित दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में संलिप्तता के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए खुलेआम उनकी आलोचना की.
हजारे ने केजरीवाल पर शराब के प्रभाव के कारण भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया और जोर दिया कि ऐसे व्यक्तियों को दोबारा नहीं चुना जाना चाहिए. यह पहली बार नहीं है जब हजारे ने केजरीवाल की आलोचना की है, वह पहले भी कई मौकों पर ऐसा कर चुके हैं. अन्ना हजारे ने इससे पहले शराब नीति को लेकर अरविंद केजरीवाल की आलोचना की थी और इस बात पर निराशा व्यक्त की थी कि नीति बनाने में केजरीवाल जैसा कोई व्यक्ति शामिल था.
भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन
यूपीए सरकार के दौरान अन्ना हजारे के नेतृत्व में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक आंदोलन किया गया था. इस दौरान हजारे ने अनशन किया था. इस आंदोलन में अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण और कुमार विश्वास जैसे लोग भी शामिल थे. हजारे का लक्ष्य आंदोलन की गैर-राजनीतिक प्रकृति को बनाए रखना था, लेकिन केजरीवाल और उनके कुछ सहयोगियों ने एक राजनीतिक पार्टी स्थापित करने का विकल्प चुना. इसके बाद अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल की राहें अलग-अलग हो गईं.
-भारत एक्सप्रेस