निर्माणाधीन राम मंदिर (फोटो-सोशल मीडिया)
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर लगातार तैयारी जारी है. अब कार्यक्रम में कम वक्त रह गया है. इसको देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर का उद्घाटन होगा. इस मौके पर देश भर के सैकड़ों वीवीआईपी के साथ ही साधु-संत और महंत मौजूद रहेंगे तो वहीं लाखों राम भक्त भी अपने रामलला के दर्शन करने पहुंचेंगे. इस दिन के लिए घर-घर में दीपोत्सव मनाने की अपील की गई है. तो वहीं सुरक्षा को लेकर खबर सामने आ रही है कि, पूरी अयोध्या को रेड और यलो जोन में बांटकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं. इस पूरे सिक्योरिटी प्लान में करीब 100 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, राम मंदिर की सुरक्षा अब एसटीएफ के हवाले रहेगी. राम मंदिर उद्घाटन के दिन 25 हजार जवान पूरे शहर पर पैनी नजर रखेंगे तो वहीं सरयू नदी पर स्नाइपर की पैनी नजर रहेगी. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आदेश जारी किया गया है, जिसमें ये भी आदेश दिया गया है कि अयोध्या में जो भी पुलिस व जवान तैनात होंगे, वे 22 जनवरी को स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे. इसी के साथ ये भी कहा गया है कि, बहुत जरूरी होने पर ही फोन कर सकेंगे. तो वहीं मंदिर की सुरक्षा के लिए बजट के कारण कोई रुकावट न आए, इसलिए 100 करोड़ रिजर्व किया गया है तो वहीं इस पूरी व्यवस्था पर गृह विभाग खुद नजर रखे हुए है.
राम मंदिर-रेड जोन, इस तरह रोका जाएगा फिदाईन हमला
बता दें कि 22 जनवरी कार्यक्रम को देखते हुए पूरी अयोध्या पर नजर रखने के लिए अत्याधुनिक सुरक्षा के उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है. राम मंदिर को रेड जोन के तहत रखा गया है. फिदाईन हमलों को रोकने के लिए क्रैश रेटेड बोलार्ड लगाए जा रहे हैं. तो वहीं मंदिर तक किसी तरह की कोई संदिग्ध वस्तु न जा सके, इसलिए अंडर व्हीकल स्कैनर, टायर किलर और बूम वैरियर लगाए गए हैं. तो वहीं इन अत्याधुनिक उपकरणों को हैंडल करने के लिए स्पेशल एसटीएफ टीम के सात ही एटीएस कमांडों भी तैनात किए जा रहे हैं. तो वहीं अयोध्या की पुलिस लाइन में ड्रोन कैमरों की ट्रेनिंग भी करवाई गई है.
कमांडों के साथ ही स्नाइपर भी रहेंगे तैनात
बता दें कि 22 जनवरी को होने जा रहे कार्यक्रम पर जल, थल और नभ, तीनों तरफ से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी जा रही है. तो वहीं अयोध्या से होकर जाने वाली सरयू नदी पर भी कड़ी सुरक्षा की गई है. इसकी जिम्मेदारी एसटीएफ के साथ ही एटीएस कमांडों और स्नाइपर को दी गई है. बता दें कि सरयू नदी के पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम के लिए 2.84 करोड़ रुपए से सुरक्षा उपकरण लिए गए हैं.
हनुमानगढ़ी, कनक भवन-यलो जोन, सीसीवीटी से रखी जाएगी पैनी नजर
मालूम हो कि जो रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाता है वह हनुमानगढ़ी जरूर जाता है. इसलिए हनुमानगढ़ी के साथ ही कनक भवन को यलो जोन में रखा गया है और इन दोनों परिसरों पर सीसीटीवी से सुरक्षा पर नजर रखी जाएगी. तो साथ ही इन दोनों परिसर की सुरक्षा के लिए 34 सब इंस्पेक्टर, 71 हेड कांस्टेबल, 312 कांस्टेबल को तैनात करने की योजना बनाई गई है. कुल मिलाकर 22 जनवरी के कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा के इस कदर बंदोबस्त किए जा रहे हैं कि परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा.
-भारत एक्सप्रेस