नर्मदेश्वर महादेव (फोटो-सोशल मीडिया)
Ayodhya Ram mandir: रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण-कार्य जोरों पर है. मंदिर में प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इसके लिए देशभर से कुछ न कुछ अयोध्या पहुंचाया जा रहा है. मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर से एक विशेष रथ के जरिए 600 किलो का शिवलिंग भी अयोध्या ले जाया जा रहा है. सवा 4 फीट ऊंचे इस शिवलिंग की श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में ही प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.
संवाददाता ने बताया कि ओंकारेश्वर में 600 किलो वजनी शिवलिंग नर्मदा नदी की एक बड़ी चट्टान से तैयार हुआ था. अयोध्या में लाए जाने के बाद इस शिवलिंग का रुद्राभिषेक अनुष्ठान किया जाएगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इस बारे में मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रामलला की प्रतिमा श्री राम जन्मभूमि मंदिर में विराजेगी, उस दौरान भगवान शिव का पवित्र शिवलिंग भी स्थापित किया जाएगा.
चंपत राय ने कहा कि भगवान श्रीराम के मंदिर के माध्यम से पूरे भारत को एक सूत्र में पिरोया जा रहा है. जन्मभूमि मंदिर में दरवाजे और खिड़कियों के लिए लकड़ी महाराष्ट्र से लाई जा रही है, वहीं पत्थर कर्नाटक से मंगाए हैं. राजस्थान से मंगाए गए पत्थरों का इस्तेमाल भी मंदिर निर्माण कार्य में किया जा रहा है. इसी तरह मध्यप्रदेश से लाए जा रहे शिवलिंग को भी स्थापित किया जाएगा.
आज मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर से विशेष रथ के माध्यम से सवा 4 फीट ऊंचा शिवलिंग अयोध्या पहुंचा, जिसकी प्राण-प्रतिष्ठा श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के शिव मंदिर में की जायेगी। pic.twitter.com/OJhBRjY2vh
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) August 23, 2023
18 अगस्त को रवाना हुई भव्य रथ यात्रा
ओंकारेश्वर से जिस शिवलिंग को अयोध्या पहुंचाया जा रहा है, उसे नर्मदेश्वर शिवलिंग कहा जाएगा. 18 अगस्त इसे अयोध्या लाने की भव्य रथ यात्रा शुरू हुई थी. अब 5 दिनों में यह शिवलिंग 1000 किलोमीटर की यात्रा पूरी करके अयोध्या पहुंचाया जाएगा. उसके बाद इसे राम जन्मभूमि न्यास को सौंप दिया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस
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