फोटो-सोशल मीडिया
Hanumangarhi: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में व्हीलचेयर के माध्यम से दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं से वसूली का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. सोशल मीडिया पर इसको लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है तो वहीं इस सम्बंध में कई समाचार पत्रों में भी समाचार प्रकाशित होने के बाद अयोध्या पुलिस की ओर से इस खबर का खंडन किया गया है.
बता दें कि ये खबर सामने आने के बाद से ही इस पर सियासत तेज हो गई है. इस मुद्दे को सबसे पहले सपा ने लपका और वह इसके बहाने इस खबर को अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शेयर करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है. तो वहीं अयोध्या पुलिस ने इस पर एक पोस्ट शेयर कर इस खबर को भ्रामक और असत्य बताया है.
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अयोध्या पुलिस ने कहा है कि कतिपय सोशल मीडिया के माध्यम से असत्य एवं भ्रामक खबर प्रसारित की जा रही है कि हनुमानगढी में व्हील चेयर के नाम पर वसूली हो रही हैं. इसी के साथ ही पुलिस ने ये भी कहा है कि हनुमानगढी में व्हील चेयर से कोई दर्शन व्यवस्था नहीं है. अयोध्या पुलिस ने कहा है कि इस असत्य एवं भ्रामक खबर का खण्डन करती है.
इसी के साथ ही अयोध्या पुलिस ने ये भी कहा है कि हनुमानगढ़ी के प्रवेश द्वार पर 92 तथा निकासी द्वार पर 36 सीढ़ियां हैं. यही वजह है कि व्हील चेयर से दर्शन करने की कोई व्यवस्था नहीं है. पुलिस ने ये भी कहा है कि हनुमानगढ़ी की छवि धूमिल किए जाने के कारण हनुमानगढ़ी संत समाज द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया गया है. इसके आधार पर सुसंगत धाराओं में मामला पंजीकृत कर लिया गया है और अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है. इसी के साथ ही पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस तरह की भ्रामक खबर को सोशल मीडिया पर शेयर न करें.
जानें क्या है मामला
बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में व्हीलचेयर चालक बता रहा है कि हनुमानगढ़ी के निकास मार्ग से व्हीलचेयर से जाने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन कराया जाता है. उसने आरोप लगाया है कि हनुमानगढ़ी के एक पुजारी व्हीलचेयर चालकों से 100 रुपये लेते हैं, जो नहीं देते हैं, उनको दर्शन करने से रोका जाता है. चालक दावा करता है कि उसने खुद कई बार रुपये दिए हैं. हनुमानगढ़ी के डॉ. महेश दास ने कहा कि इसमें सच्चाई नहीं है, फिर भी इसकी जांच कराई जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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