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Azamgarh: थाना प्रभारी की दबंगई, सरेआम ABVP कार्यकर्ता को जड़ा थप्पड़, वीडियो वायरल

आजमगढ़ एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने कहा कि मामले में जांच के दौरान यदि कोई बदतमीजी या अभद्रता सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है.

वीडियो ग्रैब

Azamgarh: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में एक बार फिर से खाकी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पुलिसकर्मी एक शख्स को थप्पड़ मार रहे हैं. यह वीडियो आजमगढ़ के सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर से सामने आया है. जानकारी सामने आ रही है कि थाना प्रभारी ने सरेआम बाइक सवार एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) कार्यकर्ता को थप्पड़ मारा है और धमकाया भी है. बताया जा रहा है कि बाइक सवार की कोई गलती भी नहीं थी, बावजूद इसके उसे मारा गया. पीड़ित ने थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता पुलिस व यूपी सरकार को आड़े हाथ ले रहे हैं और जमकर आलोचना कर रहे हैं. दूसरी ओर वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया है और इस मामले की जांच में अधिकारी भी जुट गए हैं. आजमगढ़ एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि पुलिस वाले की कोई पिक्चर उसमें नहीं आई है. पीछे की तरफ से वीडियो लिया गया है, यदि कोई बदतमीजी कर रहा है, अभद्रता कर रहा है तो इस संबंध में जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है. उन्होंने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

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पीड़ित ने लगाए ये आरोप

जानकारी सामने आ रही है कि थाना प्रभारी ने जिसे सरेआम मारा है, उस शख्स का नाम शिवांस सिंह है और वह एबीवीपी का कार्यकर्ता है. उसने बताया कि वह अपनी मां के इलाज के लिए सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर स्थित मिशन हास्पिटल गया था. मां को अस्पताल पहुंचाकर वह बाहर अपनी बाइक पर बैठा ही था कि तभी सिधारी थाने की पुलिस पहुंच गई. इस दौरान थानाध्यक्ष विकास चंद्र पांडेय ने बिना कुछ पूछे कई थप्पड़ जड़ दिए और गालियां भी देनी शुरू कर दी.

इस दौरान अन्य पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और बाइक से चाबी निकालने लगे. शिवांस ने कहा कि जब उसने इसका विरोध किया तो उसे एक के बाद एक कई थप्पड़ मारे और इसके बाद उसे पुलिस सिधारी थाने ले आई. इसकी जानकारी जब एवीबीपी के कार्यकर्ताओं को हुई तो वह थाने पहुंचकर हंगामा करने लगे और फिर शिवांस को छोडा गया. पूरे मामले में पीड़ित ने दारोगा पर कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं

-भारत एक्सप्रेस

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