बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
Bageshwar Dham Sarkar: बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हाल ही में साईं बाबा को लेकर विवादित बयान दिया था. वहीं उनके बयान पर सियासत गरमा गई थी. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा था कि साईं बाबा कोई भगवान नहीं हैं. वहीं इस बयान पर बवाल मचने के बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने साईं बाबा को लेकर दिए अपने बयान पर आखिरकार माफी मांग ली है.
बागेश्वर धाम सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया, “मेरा हमेशा संतों के प्रति महापुरुषों के प्रति सम्मान है और रहेगा मैंने कोई एक कहावत बोली जो हम अपने संदर्भ में बोल रहे थे कि अगर हम छतरी पीछे लगाकर कहें कि हम शंकराचार्य हैं तो ये कैसे हो सकता है. हमारे शंकराचार्य ने जो कहा वो हमने दोहराया कि साईं बाबा संत फक़ीर हो सकते हैं और उन मे लोगों की निजी आस्था है. अगर कोई व्यक्ति किसी संत गुरु को निजी आस्था से भगवान मानता है वह उसकी निजी आस्था है, हमारा इसमें कोई विरोध नहीं.”
अपने बयान पर माफी मांगते हुए बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर ने कहा, “हमारे किसी शब्द से किसी के हृदय को ठेस पहुँची उसका हमें दिल की गहराइयों से दुख है और खेद है.”
मेरा हमेशा संतों के प्रति महापुरुषों के प्रति सम्मान है और रहेगा मैंने कोई एक कहावत बोली जो हम अपने संदर्भ में बोल रहे थे कि अगर हम छतरी पीछे लगाकर कहें कि हम शंकराचार्य हैं तो ये कैसे हो सकता है…हमारे शंकराचार्य ने जो कहा वो हमने दोहराया कि साईं बाबा संत फ़क़ीर हो सकते हैं और… pic.twitter.com/aHWnC0Leal
— Bageshwar Dham Sarkar (Official) (@bageshwardham) April 5, 2023
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिया था विवादित बयान
इसके पहले, बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर ने कहा था कि साईं बाबा संत और फकीर हो सकते हैं, लेकिन भगवान नहीं हो सकते हैं. उन्होंने कहा था कि हमारे धर्म में शंकराचार्य का सबसे बड़ा स्थान है. उन्होंने साईं बाबा को देवताओं का स्थान नहीं दिया है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि गीदड़ की खाल पहन कर कोई शेर नहीं बन सकता है.
बता दें कि जबलपुर में 25 से 31 मार्च तक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा आयोजित की गई थी. इस दौरान उन्होंने साईं बाबा को लेकर बयान दिया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि शंकराचार्य हिंदू धर्म के प्रधानमंत्री हैं. इसलिए उनकी बात मानना हर सनातनी के लिए जरूरी है.
-भारत एक्सप्रेस