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UP News: बांदा पुलिस लाइन की पुरानी बैरक रात में अचानक ढही, सोते पुलिसकर्मी की मौत, 4 जेसीबी से हटवाया गया मलबा

Banda News: बांदा जिले में एक बैरक ढहने की आवाज दूसरे बैरक में सो रहे पुलिसकर्मियों ने जैसे ही सुनी, वे खड़े होकर वहां से भागे. बाद में पुलिस अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई.

मृतक सिपाही

Banda News Today: उत्तर प्रदेश के बांदा जिला में स्थित पुलिस लाइन में जानलेवा हादसा हो गया. यहां एक जर्जर बैरक रात के समय भरभरा कर गिर पड़ी. जिसकी चपेट में आने से एक पुलिसकर्मी की जान चली गई. एक बैरक के गिरने पर दूसरे बैरक में सो रहे पुलिसकर्मियों की घिग्‍घी बंध गई, वे जान-बचाकर वहां से भागे. बताया जा रहा है कि घटना के वक्‍त सभी सोए हुए थे और सोते पुलिसकर्मी पर ही बैरक गिरी.

बैरक किसी छावनी में वह इमारत या इमारतों की श्रृंखला होती है, जिसमें सैनिकों या पुलिसकर्मियों के समूह रहते हैं. संवाददाता के अनुसार, हादसे के बाद राहत-बचाव टीम चार जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाया और चपेट में आए पुलिसकर्मी को अस्‍पताल पहुंचाया, हालांकि वहां डॉक्‍टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने पर एसपी सहित जनपद के कई थानों और चौकी की पुलिस घटनास्‍थल पर पहुंची. मलबे में कई पुलिसकर्मियों के दबे होने की आशंका पर वहां एक घंटे से अधिक समय तक रेस्क्यू चला.

पता चला है कि जिस पुलिसकर्मी की जान गई, उसका नाम सोनेलाल यादव था और वह कानपुर देहात का निवासी था. वहीं, एक और पुलिसकर्मी को घायल बताया जा रहा है. साथी पुलिसकर्मियों के मुताबिक, सोनेलाल यादव पुलिस लाइन की बैरक के बरामदे में सो रहे थे, देर रात जर्जर बैरक भरभरा कर ढह गई. उसी के मलबे में सोनेलाल दब गए और उनकी मौत हो गई. उनकी मौत की सूचना घरवालों को दी गई तो वहां रुदन मच गया.

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घटना के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए संबंधित पुलिस अधिकारी ने बताया कि उस वक्‍त रात के करीब 2 बज रहे होंगे, तब बैरक की इमारत का आधा हिस्सा भरभरा कर गिर गया था, जिसमें वहां सो रहे सिपाही सोनेलाल यादव की जान चली गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोनेलाल यादव 1995 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे. वहीं, एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि इस इमारत का इस्तेमाल मीटिंग आदि के लिए किया जाता था.

– भारत एक्सप्रेस

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