(सांकेतिक फोटो) फोटो-सोशल मीडिया
UP News: योगी सरकार में यूपी में लगातार विकास और बदलाव की लहर बह रही है. इसी बीच राशनकार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है. अब हर राशन कार्ड धारकों का बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा और तौल मशीनों को सीधे ई-पास से जोड़ा जाएगा. इससे धांधली की सम्भावना न के बराबर हो जाएगी तो वहीं राशन लेने वाले लाभार्थियों को इसके जरिए तत्काल रशीद भी मिल जाएगी. इसी के साथ किसने कितना राशन लिया इस बारे में पूरा लेखा-जोखा रखा जाएगा. इसको लेकर खाद्य विभाग को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं. तो वहीं प्रदेश में कुल 15 करोड़ लाभार्थियों का ई-केवाईसी सत्यापन किया जाना है. प्रदेश सरकार की ओर से ही ई-केवाईसी यानी ऑनलाइन सत्यापन कराने का निर्णय लिया गया है और इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है.
5-6 महीने में पूरी होगी प्रक्रिया
दरअसल प्रदेश सरकार द्वारा सस्ते राशन की दुकानों से अनाज के साथ ही और भी कई जरूरी सामग्रियों के वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए ही ये कार्य किया जा रहा है. जानकार बताते हैं कि ऑनलाइन सत्यापन शुरू होने के बाद से सस्ते राशन की दुकानों पर किसी भी तरह की धांधली बंद होगी और जरुरतमंद को उसकी जरूरत का सामान मिल सकेगा. इसके तहत लाभार्थी को दुकानों पर जाने के बाद ई-पास मशीन के जरिए आधार में लगे अंगूठे का सत्यापन किया जाएगा, जिससे तय हो जाएगा कि लाभ लेने वाला असली व्यक्ति ही योजना का लाभ उठा रहा है, उसकी जगह कोई और तो नहीं है. मीडिया सूत्रों की मानें तो इस पूरी प्रक्रिया को आने वाले 5-6 महीने में पूरा कर लिया जाएगा.
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लाभार्थियों की दूर होगी शिकायत
इसी के साथ यूपी सरकार द्वारा सस्ते गल्ले की सारी 80 हजार दुकानों पर एक तौल मशीन लगाए जाने का निर्णय लिया गया है और ये तौल मशीनें ई-पास मशीन से सीधे जुड़ी होंगी और लाभार्थी को कितना राशन दिया गया, इसके जरिए पूरा डेटा कलेक्ट किया जाएगा. अक्सर देखा गया है कि लाभार्थियों को शिकायत होती है कि तौल में उनको कम सामान दिया गया है. ऐसे में ई-पास मशीनों के आ जाने से लाभार्थियों की ये शिकायत भी दूर होगी. तो वहीं जो भी लाभार्थी राशन खरीदेगा उसको रसीद भी तुरंद दे दी जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस