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Bihar: तेजस्वी यादव की ‘कार्यकर्ता आभार यात्रा’ पर भाजपा का तंज, कहा- नाटक कर रहे हैं

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आगामी 10 सितंबर से कार्यकर्ता आभार यात्रा पर निकलने वाले हैं. पहले चरण की यात्रा 10 से 17 सितंबर तक चलेगी.

Tejashwi Yadav Jan Vishwas Yatra

तेजस्वी यादव.

बिहार के उप-मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को राजद नेता तेजस्वी यादव की ‘कार्यकर्ता आभार यात्रा’ को लेकर तंज कसा. उन्होंने कहा कि जनता मालिक है और बिहार का सच्चा सेवक कौन होगा, ये जनता तय करेगी.

उन्होंने कहा कि वो लोग जाति के जहर की लहर का कहर से बिहार को प्रभावित करते हैं. राजनीति में भी जाति का चश्मा पहनकर राजनीति को गंदा करते हैं और पूरे बिहार के अंदर विकास की गति में भ्रष्टाचार करते हैं, अपराधियों का मनोबल बढ़ाते हैं.

दोहरी राजनीति बंद हो

उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वो यात्रा करें या प्रवास करें, जनता जानती है, ये अपना विकास करेंगे और अपने परिवार के उत्थान और कल्याण के लिए राजनीति जमींदारी बढ़ाने के लिए यह सारा खेल और नाटक कर रहे हैं. दोहरी राजनीति बंद होनी चाहिए, राजनीति में ऐसी मानसिकता नहीं चलेगी.

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी तेजस्वी यादव की ‘आभार यात्रा’ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जनता ने लोकसभा के चुनाव में उनको बता दिया है कि तेजस्वी बाबू आपका भविष्य क्या है. बिहार की जनता की नजरों में आपकी राजनीतिक ताकत क्या है, ये बिहार की जनता ने वोट देकर बता दिया कि 10 सीट जीतने में भी पूरा परिवार पार्टी दिन-रात लगे रहे.

बिहार के लोगों को स्वीकार्य नहीं

उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे, उनके पिता, बहन के द्वारा, उनकी माता के द्वारा दावा किया जाता रहा, लेकिन परिणाम तो सिर्फ चार सीट का आया. तो, जनता ने उनको राजनीतिक हैसियत बता दी है और जनता ने यह भी बता दिया है कि बिहार के लोगों के लिए न तो आप स्वीकार्य हैं, न बिहार के हित के लिए आप काम करने वाले है. बिहार की जनता पर आपको कोई भरोसा भी नहीं है. ऐसे में उनको समझ में आ जाना चाहिए कि बिहार की जनता द्वारा आप और आपकी पार्टी रिजेक्टेड पार्टी है, तो रिजेक्टेड लीडर और रिजेक्टेड लीडर जहां चाहे घूमते रहें.

आरक्षण का दायरा

तेजस्वी के धरने पर उन्होंने कहा कि वह धरना इसलिए देते हैं, उनका आरक्षण का मतलब होता है कि पिताजी गए तो माता जी को काम मिल जाए, माता जी गई तो बेटा जी को काम मिल जाए. जब वह मिल जाए तो दीदी को काम मिले. दीदी को अगर जनता लोकसभा हरा दे तो राज्यसभा मिल जाए. दीदी जब लोकसभा लड़ जाए तो छोटी बहन फिर लोकसभा लड़े. उनका आरक्षण का दायरा यही है.

मंगल पांडेय ने कहा कि वह चाहते हैं कि इसी प्रकार आरक्षण की व्यवस्था समाज में बनी रहे. लेकिन, हम भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के लोगों के लिए बाबा साहब भीमराव आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के अनुसार आरक्षण का प्रावधान है, हम उसे बनाए रखना चाहते हैं. हम समाज के गरीब, दलित, वंचित लोगों की लड़ाई लड़ते हैं. हम लोग थे जब बिहार में पंचायत का चुनाव हुआ, हमने पिछड़ों को राजनीतिक ताकत दी और उनको आरक्षण दिया.

कांग्रेस के साथ कौन खड़ा

मंगल पांडे ने कहा कि साल 1977 में जब कर्पूरी ठाकुर की सरकार थी, उस वक्त भाजपा की तरफ से कैलाशपति मिश्र राज्य के वित्त मंत्री थे. जिन्होंने पिछड़ों, अति पिछड़ों और महिलाओं को आरक्षण देने का काम किया था. हमारी सरकार में ही भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न दिया गया. लेकिन, देश की जनता ये नहीं भूल सकती है. जिसने इस देश को एक न्यायिक अधिकार दिया था, जिसने आरक्षण की व्यवस्था की थी. जो गरीब और दलित की आवाज बने. उनको चुनाव में हराने का काम कांग्रेस पार्टी ने ही किया था. ये इतिहास के पन्नों में दर्ज है और उस कांग्रेस पार्टी के साथ कौन खड़ी है, राजद खड़ी है, समाज के गरीब और पिछड़ा वर्ग सब जानते हैं कि ये लोग चुनाव आते ही लोगों को बरगलाने के लिए बयानबाजी करते हैं.

कार्यकर्ता आभार यात्रा

मालूम हो कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आगामी 10 सितंबर से कार्यकर्ता आभार यात्रा पर निकलने वाले हैं. पहले चरण की यात्रा 10 से 17 सितंबर तक चलेगी. इस यात्रा के लिए क्षेत्रवार कार्यकर्ताओं के संवाद कार्यक्रम तय किए गए हैं. इस दौरान प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं से संगठन की मजबूती पर सुझाव लिए जाएंगे. कार्यकर्ता संवाद में बाहर के जिलों के कोई भी नेता और कार्यकर्ता शामिल नहीं होंगे.

-भारत एक्सप्रेस



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