आंध्र प्रदेश के तिरुपति में रविवार को दो होटलों और एक मंदिर को बम से उड़ाने की धमकियां मिलीं. ये धमकियां आतंकवादी समूहों के नाम पर दी गई थीं. हालांकि, पुलिस ने बताया कि ये सभी धमकियां झूठी निकली हैं. यह लगातार तीसरा दिन था जब होटलों को धमकी भरे ईमेल मिले हैं. शहर के दो होटलों और वरदराज मंदिर को ईमेल के जरिए सूचना मिली कि उनके परिसर में बम हैं. होटलों और मंदिर के प्रबंधन ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. इसके बाद कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने स्निफर डॉग्स और बम निरोधक दस्तों की मदद से परिसर की तलाशी ली, लेकिन कोई विस्फोटक नहीं मिला.
धमकी भरे ये ईमेल डीएमके के पूर्व नेता जाफर सादिक और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के नाम से मिले थे. इससे पहले शनिवार को दो होटलों के प्रबंधन को एक ईमेल मिला था, जिसमें कहा गया था कि होटलों में बम रखे गए हैं.
पुलिस ने डॉग स्क्वॉड की मदद से परिसर की गहन तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला. रविवार को दो और होटलों को ईमेल मिले. पहली बार शहर के एक मंदिर को भी बम की धमकी मिली. गहन तलाशी के बाद यह धमकी झूठी साबित हुई. पुलिस अधिकारियों ने लोगों को बताया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. मंदिर नगरी के तीन होटलों को शुक्रवार को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की ऐसी ही धमकियां मिली थीं. सभी ईमेल में कहा गया था कि डीएमके के जाफर सादिक की हाल ही में गिरफ्तारी के कारण ‘अंतर्राष्ट्रीय दबाव’ बढ़ गया है.
तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके के पूर्व सदस्य जाफर सादिक को इस साल फरवरी में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने नशीले पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था. ईमेल में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का भी नाम शामिल है. पुलिस ने कहा कि वे इन ईमेल को भेजने वाले की पहचान करने के लिए जांच जारी रखे हुए हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में विमानों और सीआरपीएफ स्कूलों को दी गईं धमकियों के तुरंत बाद तिरुपति के होटलों और मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी मिली.
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-भारत एक्सप्रेस