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Cancer Cases: कोरोना महामारी के बाद देश में बढ़े कैंसर के मरीज, लोगों को देखने और सुनने में हो रही दिक्कत, बोले बाबा रामदेव

Cancer Cases: गोवा के मीरामार समुद्र तट पर तीन दिवसीय पतंजलि के एक योग शिविर में एक सभा को संबोधित करते हुए यह बाबा रामदेव ने ये बातें कहीं.

Baba-Ramdev

योग गुरु बाबा रामदेव (फाइल फोटो)

Cancer Cases: पतंजलि योग समिति ने कल शनिवार को गोवा में योग शिविर का आयोजन किया, जिसमें काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया. गोवा के मीरामार समुद्र तट पर तीन दिवसीय पतंजलि के इस योग शिविर में बाबा रामदेव ने सुबह एक सभा को भी संबोधित किया. इस मौके पर बाबा रामदेव के साथ गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी मौजूद थे. बाबा रामदेव ने अपने संबोधन में कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद कैंसर के मामले काफी बढ़ गए हैं.

कोरोना के बाद कैंसर

योग गुरु बाबा रामदेव ने योग शिविर में इस बात का दावा किया कि देश में कोविड-19 महामारी के बाद कैंसर के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. भारत में कोरोना के बाद पोस्ट कोविड के चलते कई तरह की बीमारियां देखने को मिलीं. कोविड-19 महामारी के बाद कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी के अलावा बहुत से लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है इसके अलावा उनके सुनने की क्षमता भी काफी कम हो गई है.

योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि भारत वैलनेस का वैश्विक केंद्र बने. इसके आगे बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है और यह मेरा सपना है कि गोवा वैलनेस का केंद्र बने. वहीं उन्होंने गोवा कोअध्यात्म का पर्यटन केंद्र बनने की भी बात कही है.

बीमारियों का इलाज के लिए भी गोवा आना चाहिए

वैसे तो गोवा अधिकतर लोग घूमने के लिहाज से जाते हैं. लेकिन बाबा रामदेव का कहना है कि पर्यटकों को महज घूमने के लिए नहीं, बल्कि ब्लड प्रेशर, थायराइड, शुगर, कैंसर और कई दूसरी बीमारियों का इलाज कराने के लिए गोवा आना चाहिए. योग और आयुर्वेद को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि गोवा को योग, आयुर्वेद, सनातन और अध्यात्म का पर्यटन केंद्र बनना चाहिए.

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आध्यात्मिक पर्यटन को दे सकते हैं बढ़ावा

आध्यात्मिक पर्यटन को लेकर बाबा रामदेव ने कहा कि इन दो महीने में जब पर्यटकों की संख्या कम है, हम आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे सकते हैं. दुनियाभर से लोग यहां पर आएंगे. वहीं उन्होंने होटल उद्योग से इस बात की अपील भी की है कि वे अपने प्रतिष्ठानों में आयुर्वेद में इलाज के लिए प्रसिद्ध विधि ‘पंचकर्म’ की शुरूआत करें और इसके बारे में पर्यटकों को जानकारी दें.

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