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Chandrayaan 3 on Moon: चांद पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद ISRO सेंटर में कैसा था माहौल, तस्वीरों में देखिए

ISRO Chandrayaan-3 Mission: भारत के चंद्रयान-3 ने लॉन्च होने के 41वें दिन आज चंद्रमा पर सक्सेसफुल लैंडिंग की. इसी के साथ भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने वाला पहला देश बन गया. चंद्र मिशन को सफल बनाने के लिए इसरो के वैज्ञानिकों ने दिन रात एक कर दिया था, आज सभी जश्न में डूबे हैं

चंद्रयान—3 की चांद पर सफल लैंडिंग के बाद इसरो के वैज्ञानिकों ने वंदे मातरम के नारे लगाए और कहा- वी डिड इट यानी हमने कर दिखाया.

Chandrayaan-3 successfully launched: आज भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कामयाब लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. बुधवार, 23 अगस्त की शाम को चांद पर जैसे ही सूरज उगा, ISRO के चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चांद की सतह पर सफलतापूर्वक उतर गया. ISRO के चीफ एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 की साउथ पोल पर लैंडिंग के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताते हुए कहा- PM सर नमस्कार. हमने चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर ली है. इंडिया इज ऑन द मून.

बता दें कि चंद्रयान-3 को पिछले महीने 14 जुलाई को 3 बजकर 35 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था. उसके 22 दिन बाद 5 अगस्त को यह चंद्रमा की ऑर्बिट में पहुंचा था. और, आज 23 अगस्‍त की शाम 6 बजकर 3 मिनट पर यह चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतर गया. इस दौरान देश-दुनिया की नजरें चंद्रयान-3 मिशन पर टिकी रहीं. चांद पर लैंडिंग के वक्त ISRO सेंटर में उत्साह और बेचैनी का माहौल रहा.

चंद्रयान की लैंडिंग के बाद इसरो के वैज्ञानिकों ने वंदे मातरम के नारे लगाए और कहा- वी डिड इट यानी हमने कर दिखाया.

चंद्रयान-3 की सफलता के लिए देश ही नही बल्कि विदेश में जगह-जगह पर पूजा-पाठ और हवन कराए गए. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार सुबह चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए खास भस्म आरती की गई.

जानकारी के मुताबिक, ISRO के बेंगलुरु स्थित टेलीमेट्री एंड कमांड सेंटर (इस्ट्रैक) के मिशन ऑपरेशन कॉम्प्लेक्स (मॉक्स) में 50 से ज्यादा वैज्ञानिक कंप्यूटर पर चंद्रयान-3 से मिल रहे आंकड़ों की रातभर पड़ताल में जुटे रहे. वे लैंडर को इनपुट भेजते रहे, ताकि लैंडिंग के समय गलत फैसला लेने की हर गुंजाइश खत्म हो जाए.

चंद्रयान-3 के हैं ये 3 पार्ट
चंद्रयान-3 में लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल हैं. 17 अगस्त को दोपहर 1:15 बजे चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को लैंडर और रोवर से अलग कर दिया था. अब प्रोपल्शन मॉड्यूल चंद्रमा की कक्षा में रहकर धरती से आने वाले रेडिएशन्स का अध्ययन करेगा, जबकि लैंडर-रोवर 14 दिन तक वहां प्रयोग करेंगे.

यह भी पढ़ें: नहीं चूका चंद्रयान-3, चांद के बाद अब सूरज पर नजर! लैंडिंग के बाद चंद्रयान करने वाला है ये बड़ा काम!

इसरो के चीफ एस सोमनाथ ने मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की थी. उन्होंने भगवान को फलों का भोग लगाया था.

पीएम मोदी ने अफ्रीका से फोन करके इसरो के चीफ को बधाई दी.

— भारत एक्सप्रेस

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