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महिला सम्मेलन में बोले सीएम शिवराज, 10 जून को बहनों के खाते में एक-एक हजार रुपये, घर पर दीया जलाकर मनाएं उत्सव

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झाबुआ में महिला सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान सीएम ने महिलाओं को को संबोधित करते हुए कहा कि “मेरी जिंदगी का मकसद बहनों की जिन्दगी को बेहतर बनाना है.

शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झाबुआ में महिला सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान सीएम ने महिलाओं को को संबोधित करते हुए कहा कि “मेरी जिंदगी का मकसद बहनों की जिन्दगी को बेहतर बनाना है. प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिये अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इन योजनाओं में से अनूठी लाडली बहना योजना से बहनों में आत्म-निर्भरता आयेगी. आगामी 10 जून को बहनों के खातों में एक-एक हजार रूपये की राशि ट्रांसफर की जायेगी. जिसे बहनें अगले दिन 11 जून को इस राशि को अपने खाते से निकाल सकेंगी.” उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं के हित में संचालित योजनाओं की मैदानी स्तर पर निगरानी के लिये हर गांव में लाली बहना सेना बनाई जा रही है. बहनें बेहिचक होकर योजनाओं के क्रियान्वयन में होने वाली गड़बड़ियों की जानकारी मुझे दें. मैं गड़बड़ी करने वालों को छोड़ूंगा नहीं. मुख्यमंत्री शिवराज चौहान झाबुआ में महिला सम्मेलन में शामिल हुए. जहां मुख्यमंत्री का भगौरिया नृत्य और पुष्प-वर्षा के साथ महिलाओं ने स्वागत किया. इसके अलावा उन्हें रक्षासूत्र बांधते हुए एक बड़ी राखी भेंट की.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोई बहन गरीब नहीं रहेगी और न ही मजबूरी में जीवन बितायेंगी. मैं अपनी बहनों की आंखों में आंसू नहीं आने दूंगा. लाडली बहना योजना से बहनें अपनी जरूरत एवं परिवार की आवश्यकताओं को पूरा कर सकेंगी. उन्होंने कहा कि आजीविका मिशन से महिलाओं को जोड़ कर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा रहा है. मेरा संकल्प है कि प्रत्येक बहन की मासिक आय 10 हजार रूपये हो जाये. उन्होंने बहनों को स्व-सहायता समूहों से जुड़ने का आह्वान किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब एक नया ज़माना आया है, जहां महिलाएं अधिक सशक्त होंगी.

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैं झाबुआ को प्रणाम करता हूं, यहां बेटा और बेटी में भेदभाव नहीं किया जाता. मैंने अनेक जगह बेटियों के साथ भेदभाव होते देखा था. समाज की इस मानसिकता को बदलने के लिये प्रदेश में लाडली लक्ष्मी योजना लागू की गई. योजना से बेटियां अब बोझ नहीं वरदान मानी जा रही हैं. उन्होंने कहा कि बहनों को सम्मान देने के लिये हमने स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं के लिये किया है. इसी का परिणाम है कि आज हमारी बहुत सी बहनें पंच-सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य एवं अध्यक्ष बनी हैं. बेटियों को पुलिस, शिक्षा सहित अन्य शासकीय भर्तियों में भी आरक्षण का प्रावधान किया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलनम में मौजूद सभी महिलाओं से आग्रह किया कि 10 जून की शाम को जब लाडली बहना योजना की राशि उनके खाते में डाली जायेगी तो वे उत्सव ज़रूर मनाए. अपने घरों में एक दीपक ज़रूर जलाएं. उन्होंने कहा कि मैं वचन देता हूं कि जिऊंगा तो बहनों के लिए और कभी मरना पड़ा तो मरेंगे भी अपनी बहनों के लिए.

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मुख्यमंत्री श्शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग़रीब वर्ग और महिलाओं के लिए बहुत काम किया है. मध्यप्रदेश में पूर्व की सरकार ने जो योजनाएं बंद कर दी थी, उन्हें हमने दोबारा से शुरू किया है. मुख्यमंत्री ने कन्या-पूजन किया. जनजातीय दलों ने भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी. महिलाओं ने लाडली बहन योजना पर केन्द्रित संदेश परक नाटिका की प्रस्तुति भी दी. मुख्यमंत्री ने दोनों दलों को 25-25 हज़ार रूपये की सम्मान राशि भेंट करने की घोषणा की. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया.

-भारत एक्सप्रेस

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