केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी.
Nitin Gadkari Misleading Video Controversy: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मिथ्या और भ्रम फैलाने वाला उनका वीडियो शेयर करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव जयराम रमेश को कानूनी नोटिस भेजा है.
नोटिस में कहा गया है कि जनता की नजरों में गडकरी के खिलाफ भम्र फैलाने और सनसनी के इरादे से ऐसा कदम उठाया गया है. ऐसे में ये वीडियो भाजपा की एकजुटता में दरार पैदा करने की कोशिश है. नोटिस में आगे लिखा गया है कि एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. नोटिस के साथ ही गडकरी ने 24 घंटे में वीडियो हटाने और लिखित माफीनामे की मांग की है. और ऐसा नहीं होने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा अकाउंट से शेयर किया वीडियो
भारत जोड़ो न्याय यात्रा केे एक्स अकाउंट से यह वीडियो शुक्रवार को पोस्ट किया गया था. जिसे जयराम रमेश ने रिपोस्ट किया. वीडियो में वे कहते दिखे रहे हैं कि आज गाव का मजदूर, किसान दुखी है. गांव में अच्छी सड़कें नहीं हैं. पीने का पानी नहीं है. ना ही स्कूल और ना अस्पताल. इसके साथ ही वीडियो के कैप्शन में लिखा है अन्याय का कबूलनामा.
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गडकरी जी का बयान, मोदी सरकार की नाकामी का सबसे बड़ा प्रमाण है। किसान का कल्याण भाजपा के बस की बात नहीं है।
सिर्फ़ कांग्रेस ही है जो किसानों को MSP की पक्की कानूनी गारंटी देगी। ये है राहुल गांधी का किसान न्याय! #10SaalAnyayKaal#BharatJodoNyayYatra pic.twitter.com/SU3lcMbheL
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) March 1, 2024
इसलिए भेजा कानूनी नोटिस
गडकरी ने कांग्रेस नेताओं को भेजे नोटिस में कहा कि कांग्रेस ने वीडियो से उन हिस्सों को काट दिया है. जहां उन्होंने बताया कि सरकार ये सब करने के लिए क्या प्रयास कर रही है. जिसके परिणाम भी अब सामने आ रहे हैं. वहीं गडकरी के वकील बालेंदु शेखर ने कहा कि केंद्रीय मंत्री यह वीडियो देखकर हैरान रह गए. इसके बाद उन्होंने नोटिस भेजा है.