दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी सिंह
Delhi Minister Aatishi Singh: दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी सिंह ने दिल्ली पुलिस की ओर से मिले नोटिस को लेकर बयान दिया है. आतिशी सिंह ने कहा कि “कल क्राइम ब्रांच के एक दर्जन अधिकारी सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंचे थे. वो लोग सीएम केजरीवाल को ही नोटिस सौंपना चाहते थे. आज वही अधिकारी मेरे घर पहुंचे. घंटे-दो घटे इंतजार किया क्योंकि क्राइम ब्रांच मुझे ही नोटिस देना चाहती थी. अधिकारियों के साथ पूरी सहानुभूति है. 48 घंटे में सिर्फ नोटिस देकर गए.” आतिशी सिंह ने दिल्ली पुलिस को कायर भी कहा.
48 घंटे की नौटंकी के बाद सिर्फ चिट्ठी- आतिशी
दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी की गई नोटिस को लेकर उन्होंन आगे कहा कि “इस नोटिस में न तो कोई FIR है और ना ही आईपीसी-सीआरपीसी की धारा. क्राइम ब्रांच 48 घंटे की नौटंकी के बाद सीएम केजरीवाल और उन्हें सिर्फ एक चिट्ठी देकर गई.” उन्होंने ये भी कहा कि “क्या कोई मुख्यमंत्री या फिर मंत्री रिसेप्शन पर बैठकर चिट्ठी रिसीव करता है. हालांकि इसमें पुलिसकर्मियों की गलती नहीं है, क्योंकि उनके राजनीतिक आका हमसे सवाल पूछना चाहते हैं.”
ये वही लोग हैं, जिन्होंने…
मंत्री आतिशी सिंह ने कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने 2016 में उत्तराखंड में कांग्रेस के 9 MLAs को तोड़कर बीजेपी में शामिल करा लिया था. इसके अलावा गोवा में 2019 में कांग्रेस के 17 में से 14 विधायकों को तोड़ लिया था. उन्हीं लोगों ने आम आदमी पार्टी के विधायकों से भी संपर्क किया है.
सीएम केजरीवाल ने बोला हमला
बता दें कि दिल्ली सीएम ने आज (4 फरवरी) कहा था कि “आजकल लोग हमारे पीछे पड़े हुए हैं. आप रोज अखबार में पढ़ते होंगे. इनकी सरकार ने मनीष सिसोदिया को जेल में डाल दिया. बीजेपी का कहना है कि उन्होंने भ्रष्टाचार किया है, लेकिन सच ये है कि वह सुबह उठकर स्कूलों के चक्कर काटने लगते थे, आखिर कौन भ्रष्टाचारी स्कूलों के अंदर चक्कर लागाता है? भ्रष्चाचार करने वाले रात में शराब पीते हैं और रातभर गलत काम करते हैं. ये सब मेरे पीछे पड़े हुए हैं.”
बीजेपी पर जोरदार हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. जांच एजेंसियों को केजरीवाल के पीछे छोड़ दिया गया है. मनीष सिसोदिया का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने अच्छे स्कूल बनाए, गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा दे रहे थे. सत्येंद्र जैन को इसलिए जेल भेजा गया क्योंकि वह अच्छे अस्पताल बनाकर लोगों को अच्छा इलाज मुहैया करवा रहे थे, अगर उन्होंने इतने अच्छे काम नहीं किए होते तो आज उन्हें जेल नहीं जाना पड़ता.
-भारत एक्सप्रेस
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