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Delhi-Meerut RRTS: देश की पहली RapidX ट्रेन में जल्द ही यात्रियों को सफर करने का मौका मिलेगा. पीएम नरेंद्र मोदी के उद्घाटन करने के एक दिन बाद 21 अक्टूबर से यात्रियों के लिए भारत की पहली रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर के प्रायोरिटी सेक्शन को खोल दिया जाएगा. किराए को लेकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने जानकारी दी है कि साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक यात्रा करने के लिए यात्रियों को 50 रुपये का किराया देना होगा. तो वहीं प्रीमियम श्रेणी के कोच के लिए इसी रूट का किराया 100 रुपये रखा गया है. मिली जानकारी के मुताबिक साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच प्राथमिकता वाले खंड में पांच स्टेशनों- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो को जोड़ा गया है.
डिजिटल क्यूआर कोड-आधारित टिकट भी ले सकेंगे
बता दें कि आरआरटीएस में जो लोग यात्रा करेंगे उनको मोबाइल एप्लिकेशन- RapidX कनेक्ट के माध्यम से डिजिटल क्यूआर कोड-आधारित टिकट लेने की सुविधा होगी. तो वहीं यात्रियों को किसी भी नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) या कोई भी एनसीएमसी अनुरूप कार्ड की रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम में यात्रा नहीं कर सकेंगे. इसी के साथ ही इन कार्डों को यात्री स्टेशनों पर टिकट काउंटरों से रिचार्ज कर सकते हैं या फिर खरीद सकते हैं. जानकारी सामने आई है कि, एनसीएमसी कार्ड को यात्री न्यूनतम मूल्य 100 रुपये से लेकर अधिकतम मूल्य 2000 रुपये तक रिचार्ज कर सकेंगे.
कैश पेमेंट मोड भी होगा
इसी के साथ यात्रियों को कैश पेमेंट की भी सुविधा दी जाएगी. इसी के साथ ही टिकट वेंडिंग मशीनें (TVMs) नॉन-कैश पेमेंट के लिए रुपे/मास्टर/वीज़ा मानक के अनुरूप क्रेडिट/डेबिट/प्रीपेड कार्ड रीडर से पूरी तरह से सुविधाजनक होंगी. साथ ही इन मशीनों में कैश पेमेंट मोड से भी यात्री किराया चुका सकेंगे. पेपर क्यूआर कोड-आधारित यात्रा टिकट को टिकट वेंडिंग मशीनों या स्टेशनों पर टिकट काउंटरों से आसानी से खरीदा जा सकेगा. साहिबाबाद स्टेशन पर 4, गाजियाबाद में 4, गुलधर में 2, दुहाई में 2 और दुहाई डिपो स्टेशन पर 2 टिकट वेंडिंग मशीनों की सुविधा उपलब्ध होगी. तो वहीं यात्रियों के साथ जाने वाले सामान के लिए वजन भी निर्धारित किया गया है. जानकारी के मुताबिक प्रति यात्री सामान का अनुमत आकार और वजन: आयाम: 80 सेमी x 50 सेमी x 30 सेमी, वजन: 25 किलो निर्धारित किया गया है.
जानें एनसीआरटीसी और रैपिडएक्स के बारे में
बता दें कि एनसीआरटीसी द्वारा ‘रैपिडएक्स’ नाम की सेमी-हाई-स्पीड क्षेत्रीय रेल सेवा को लोगों की सुविधा के लिए बनाया जा रहा है. निर्माणाधीन आरआरटीएस कॉरिडोर, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश सरकारों के साथ केंद्र की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है. यह भारत की पहली रैपिडएक्स ट्रेन है और इसकी काम एनसीआरटीसी को सौंपा गया है जो कि दिल्ली और मेरठ के बीच देश के पहले आरआरटीएस के निर्माण कार्य को देख रहा है. प्रत्येक RapidX ट्रेन में एक प्रीमियम कोच सहित कुल 6 कोच की सुविधा दी गई है. इसी के साथ महिलाओं का खास ख्याल रखा गया है. इसलिए हर ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित किया जाएगा और यह प्रीमियम कोच के बगल वाला कोच होगा. अधिकारियों की मानें तो कोचों में सीटों को क्रमबद्ध तरीके से लगाया गया है और इसी के साथ अन्य कोचों में महिलाओं, विशेष रूप से विकलांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी सीटें आरक्षित की गई है.
प्रीमियम कोच में एक अलग कोड वाली दी गई है सीट
प्रीमियम कोच को लेकर अधिकारी बताते हैं कि प्रीमियम कोच में एक अलग कलर कोड वाली सीट दी गई हैं. इसी के साथ अधिकारियों ने भविष्य का प्लानिंग की जानकारी देते हुए बताया है कि भविष्य में एक वेंडिंग मशीन भी स्थापित करने की योजना है. तो वहीं रिक्लाइनिंग सीटें, कोट हुक, मैगजीन होल्डर और फुटरेस्ट जैसी कई अतिरिक्त यात्री-केंद्रित सुविधाएं भी प्रीमियम कोच में होंगी. यानी भविष्य में तमाम सुविधाओं से प्रीमियम कोच लैस होगा. दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाला पहला कोच और मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाला आखिरी कोच प्रीमियम कोच ही होगा. इसको एक स्लाइडिंग दरवाजे की मदद से बगल के कोच से अलग किया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस
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