
दिल्ली पुलिस की रेलवे यूनिट ने एक बड़े अभियान के तहत अंतरराज्यीय बाल तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जो नवजात शिशुओं की अवैध तस्करी में शामिल थे. पुलिस ने उनके चंगुल से दो शिशुओं को सुरक्षित बचा लिया है.
जांच के दौरान पुलिस को तीन मामलों की जानकारी मिली, जो 2023, 2024 और 2025 में हुई बाल तस्करी से जुड़े थे. पुलिस के अनुसार, यह गिरोह विभिन्न राज्यों में सक्रिय था और नवजात शिशुओं को अवैध रूप से बेचने का काम करता था.
गोद लेने के नाम पर हो रही थी बच्चों की अवैध बिक्री
दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया कि यह गिरोह निःसंतान दंपतियों को गोद लेने के बहाने अवैध रूप से नवजात शिशु उपलब्ध करा रहा था. ये तस्कर गरीब परिवारों से बच्चों को बहला-फुसलाकर या जबरदस्ती ले जाते थे और फिर मोटी रकम लेकर उन्हें निःसंतान दंपतियों को सौंप देते थे.
रेलवे स्टेशनों से किया जाता था तस्करी का संचालन
पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह मुख्य रूप से रेलवे स्टेशनों के जरिए अपने नेटवर्क को संचालित करता था. ट्रेन यात्रियों के बीच घुल-मिलकर ये तस्कर छोटे बच्चों को देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाते थे, ताकि किसी को उन पर शक न हो.
अंतरराज्यीय नेटवर्क की जांच जारी
दिल्ली पुलिस की रेलवे यूनिट ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार तस्करों से पूछताछ जारी है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं और अब तक कितने बच्चों की तस्करी की जा चुकी है.
पुलिस का कहना है कि इस मामले में आगे भी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. साथ ही, जिन बच्चों को अब तक बेचा जा चुका है, उनकी पहचान कर उन्हें बचाने का प्रयास किया जाएगा. इस ऑपरेशन को दिल्ली पुलिस की एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, जिसने बाल तस्करी के एक खतरनाक जाल को उजागर किया है.
-भारत एक्सप्रेस
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