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बिहार पुल निर्माण घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई, संजीव हंस और सुनील कुमार के ठिकानों पर छापेमारी

ईडी की टीम संजीव हंस के करीबी व पुल निर्माण विभाग के पूर्व जूनियर इंजीनियर सुनील कुमार के आवास और होटलों सहित 3 जगहों पर छापेमारी कर रही है.

Bihar bridge construction scam

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बिहार पुल निर्माण से जुड़े घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है. पुल निर्माण विभाग के पूर्व एमडी और आईएएस संजीव हंस से जुड़े लोगों के ठिकाने पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है. ईडी की टीम संजीव हंस के करीबी व पुल निर्माण विभाग के पूर्व जूनियर इंजीनियर सुनील कुमार के आवास और होटलों सहित 3 जगहों पर छापेमारी कर रही है.

ईडी ने कई अहम दस्तावेज बरामद किए

बता दें, संजीव हंस के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है. ईडी की टीम तथागत होटल में छापेमारी करने पहुची उससे पहले सुनील कुमार के घर और होटल पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया. तथागत होटल सुनील कुमार या उनके किसी रिश्तेदार का बताया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक छापेमारी के दौरान ईडी ने कई अहम दस्तावेज बरामद किया है.

बताते चलें कि आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार संजीव हंस फिलहाल पटना के बेउर जेल में बंद है. वहीं इसी मामले में दिल्ली से गिरफ्तार राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव भी जेल में बंद है. ईडी संजीव हंस की 7 संपत्ति को अब तक जब्त कर चुकी है.

चार्जशीट में कई ठेकेदारों के नाम शामिल

हाल ही में ईडी ने आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ पटना के विशेष अदालत में करीब 20 हजार पन्नों का चार्जशीट किया है. ईडी द्वारा दायर चार्जशीट में संजीव हंस के साथ ही उनके करीबी प्रवीण चौधरी, पुष्पराज का नाम शामिल है. चार्जशीट में ऊर्जा मंत्रालय में काम करने वाले कई ठेकेदारों के नाम शामिल है.

इस मामले में ईडी करीब 23.72 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच किया है. यह प्रोपर्टी दिल्ली, नागपुर, जयपुर स्थित कई चल अचल संपत्तियों शामिल है. ईडी ने कोर्ट को जांच से जुड़े कई दस्तावेज, मोबाइल और लैपटॉप भी सौंपे है. ईडी का कहना है कि हंस ने गैरकानूनी तरीके से पैसे कमाए और उसे प्रॉपर्टी में लगाया. जांच में हंस के कई ठिकानों पर छापे मारे गए थे.

हंस की पत्नी से भी हुई थी पूछताछ

गौरतलब है कि ईडी ने हंस की पत्नी से भी पूछताछ की थी. ईडी ने कुछ दिन पहले ही हंस के खिलाफ अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था. ईडी का मानना है कि संजीव हंस की पत्नी सहित अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ सबूत मौजूद है. इससे पहले संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. ईडी ने सर्च ऑपरेशन के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत मिला था.

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