
प्रवर्तन निदेशालय (ED) भोपाल ने 29 जनवरी 2025 को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत मध्य प्रदेश के भोपाल, सीहोर और मुरैना जिलों में स्थित विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की. यह कार्रवाई M/s Jayshri Gayatri Food Products Pvt. Ltd. से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई. छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज, ₹25 लाख नकद, लक्ज़री कारें (BMW और फॉर्च्यूनर), और ₹66 करोड़ से अधिक की अचल संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए. इसके अलावा, ₹6.26 करोड़ की फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) को भी फ्रीज कर दिया गया है.
ED ने की बड़ी कार्यवाही
ED की इस कार्रवाई में यह सामने आया कि बड़ी मात्रा में अवैध संपत्ति विभिन्न कंपनियों और किशन मोदी के परिवार के सदस्यों के नाम पर खरीदी गई थी. जांच एजेंसी को यह भी संदेह है कि इन संपत्तियों को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए अर्जित किया गया था. जब्त किए गए दस्तावेजों में कई बेनामी संपत्तियों और अवैध वित्तीय लेनदेन के प्रमाण भी मिले हैं, जिनकी गहराई से जांच की जा रही है.
PMLA, 2002 के तहत ED यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि अपराध से अर्जित संपत्तियों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाए. यदि जांच में यह साबित होता है कि ये संपत्तियां अवैध धन से अर्जित की गई हैं, तो इन्हें स्थायी रूप से जब्त किया जा सकता है. ED की इस कार्रवाई से राज्य में हड़कंप मच गया है और रियल एस्टेट तथा व्यापार जगत में हलचल तेज हो गई है.
प्रवर्तन निदेशालय पिछले कुछ समय से देशभर में मनी लॉन्ड्रिंग, वित्तीय धोखाधड़ी और बेनामी संपत्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है. इस मामले में आगे की जांच जारी है और अधिकारियों द्वारा यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस घोटाले में अन्य बड़े नाम भी शामिल हैं. इस छापेमारी के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि ED मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक अपराधों पर शिकंजा कसने के लिए पूरी तरह सक्रिय है.
-भारत एक्सप्रेस
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