Chhattisgarh Enforcement Directorate liquor scam case
रायपुर – छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले से जुड़ी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 28 दिसंबर को रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया. इस अभियान में ईडी को महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगे हैं, जो घोटाले से संबंधित जांच में सहायक साबित हो सकते हैं.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, तलाशी के दौरान ईडी को कवासी लखमा द्वारा नकद में पीओसी (प्राप्ति और खर्च) के इस्तेमाल से संबंधित कई अहम दस्तावेज और साक्ष्य मिले हैं. यह साबित करने वाले सबूत हैं कि शराब घोटाले के दौरान लखमा ने वित्तीय लेन-देन में नकदी का उपयोग किया था, जो पूरे मामले की गंभीरता को और बढ़ा देता है.
इसके अलावा, तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस भी बरामद की गई हैं, जिनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड होने का अनुमान है. ईडी ने इन डिवाइसों को जब्त कर लिया है और आगे की जांच के लिए उनका विश्लेषण किया जा रहा है.
इस अभियान से शराब घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों और संस्थाओं के बारे में और अधिक जानकारी मिल सकती है, जो इस मामले की गहराई तक जाने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है. ईडी के अधिकारियों ने बताया कि यह तलाशी अभियान मामले की जांच के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और आने वाले दिनों में और भी कार्रवाई की उम्मीद है.
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प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई इस कार्रवाई से यह साफ है कि घोटाले की जांच में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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