
झारखंड के साहिबगंज जिले स्थित बारहरवा रेलवे स्टेशन पर रेल पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. यहां 500-500 रुपये के कुल 4 लाख 12 हजार रुपये मूल्य के जाली भारतीय करेंसी जब्त की गई है. इस मामले में पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से दो पंजाब के रहने वाले हैं, जबकि एक स्थानीय निवासी है.
जानकारी के अनुसार, धनबाद रेल पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि बारहरवा स्टेशन पर कुछ संदिग्ध जाली नोटों के साथ देखे गए हैं. सूचना के आधार पर बारहरवा रेल पुलिस ने स्टेशन पर निगरानी बढ़ा दी. सुबह के समय दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया और तलाशी के दौरान उनके पास से जाली नोट बरामद किए गए.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पुलिस ने जिन तस्करों को गिरफ्तार किया है, उनमें पंजाब के तीर्थ सिंह और इंद्रप्रीत सिंह शामिल हैं. ये दोनों झारखंड और बिहार के रास्ते जाली नोटों को पंजाब तक पहुंचाने का काम कर रहे थे. तीसरा आरोपी कालू घोष, बारहरवा मिर्जापुर का निवासी है, जो एक कुरियर एजेंसी में काम करता था और इस नेटवर्क से स्थानीय स्तर पर जुड़ा हुआ था.
पश्चिम बंगाल से आता था जाली नोटों का खेप
प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये जाली नोट पश्चिम बंगाल के फरक्का से प्राप्त किए जाते थे और फिर इन्हें अन्य राज्यों में खपाने की योजना बनाई जाती थी. पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क और उसके पीछे काम कर रहे सिंडिकेट की जांच में जुट गई है.
इस क्षेत्र में पहले भी सक्रिय रहा है नकली नोटों का नेटवर्क
गौरतलब है कि साहिबगंज जिले का उधवा, राजमहल और बारहरवा पहले भी जाली नोटों की तस्करी को लेकर सुर्खियों में रहे हैं. यह ताजा कार्रवाई साबित करती है कि इस क्षेत्र में नकली करेंसी का नेटवर्क आज भी सक्रिय है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सकती है.
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-भारत एक्सप्रेस
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