
प्रतीकात्मक फोटो.

भारत-अमेरिका द्विपक्षीय त्रि-सेवा मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) अभ्यास, टाइगर ट्रायम्फ 2025 (Tiger Triumph 2025) का चौथा संस्करण शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में विशिष्ट आगंतुक (DV) दिवस के साथ संपन्न हुआ. 1 से 11 अप्रैल तक आयोजित इस अभ्यास में HADR संचालन में अमूल्य प्रशिक्षण दिया गया और प्रतिभागियों को एक-दूसरे की क्षमताओं, तकनीकों और प्रक्रियाओं से परिचित कराया गया.
टाइगर ट्रायम्फ का पहला संस्करण 2019 में लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) के तहत परिचालन तालमेल को मजबूत करने और दोनों सेनाओं के बीच उभरती प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने के लिए आयोजित किया गया था.
DV दिवस में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग तमिलनाडु और पुडुचेरी नौसेना क्षेत्र (FOTNA), यूएस काउंसलर जनरल, कमांडर यूएस नेवी स्ट्राइक ग्रुप फाइव और डिप्टी जनरल ऑफिसर कमांडिंग (Dy GOC) 54 इन्फैंट्री डिवीजन शामिल थे.
जटिल ऑपरेशनों का हुआ प्रदर्शन
DV दिवस पर जटिल ऑपरेशनों का प्रदर्शन किया गया, जैसे कि गतिरोध और कठिन समुद्र तट पर उतरना, एस.सी. और एम.आई.17.वी.5 हेलीकॉप्टरों से विशेष ऑपरेशन बलों द्वारा फिसलन ऑपरेशन, सी.130 विमानों की भागीदारी, तथा भारतीय नौसेना, थल सेना और वायु सेना, तथा यू.एस. नौसेना, थल सेना और मरीन कोर सहित दोनों देशों की सेनाओं को शामिल करते हुए एकीकृत हवाई ऑपरेशन. इन ऑपरेशनों ने भारत और यू.एस. के सशस्त्र बलों के बीच बढ़ी हुई अंतर-संचालन क्षमता और संयुक्त कौशल का प्रदर्शन किया.
अभ्यास का बंदरगाह चरण 1 से 7 अप्रैल तक विशाखापत्तनम में हुआ, जिसकी शुरुआत एक उद्घाटन समारोह से हुई, जिसमें यू.एस. दूतावास के चार्ज डी’अफेयर्स जॉर्गन के. एंड्रयूज और पूर्वी नौसेना कमान मुख्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल समीर सक्सेना ने भाग लिया.
प्रमुख गतिविधियों में प्री-सेल कॉन्फ्रेंस, चिकित्सा, ड्रोन और अंतरिक्ष जैसी प्रौद्योगिकियों पर विषय-वस्तु विशेषज्ञ आदान-प्रदान (एस.एम.ई.ई.), साथ ही क्रॉस-डेक दौरे, जहाज पर चढ़ने की ड्रिल और मैत्रीपूर्ण खेल कार्यक्रम शामिल थे.
संयुक्त अभियानों का प्रबंधन के लिए बनाया गया संयुक्त समन्वय केंद्र
8 से 11 अप्रैल तक काकीनाडा के तट पर आयोजित समुद्री चरण में जटिल समुद्री अभियान, क्रॉस-डेक विमान लैंडिंग, काकीनाडा में सैन्य लैंडिंग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की गतिविधियां शामिल थीं.
बड़े पैमाने पर संयुक्त अभियानों का प्रबंधन करने के लिए एक संयुक्त समन्वय केंद्र (CCC) की स्थापना की गई, जिसे रैपिड एक्शन मेडिकल टीम (RAMT) और उनके अमेरिकी समकक्षों द्वारा स्थापित एक संयुक्त राहत और चिकित्सा शिविर द्वारा सहायता प्रदान की गई.
-भारत एक्सप्रेस
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