केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह.
Amit Shah Madhya Pradesh Visit: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज भोपाल आए. यहां उन्होंने शिवराज सिंह चौहान की सरकार के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड जारी किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर करारा हमला भी बोला. शाह ने कहा- मध्य प्रदेश पिछले 20 सालों में विकसित राज्यों की श्रेणी में आ गया है. शाह ने कांग्रेस नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस में दम है तो अपने 50 सालों का रिपोर्ट कार्ड लेकर आए. वहीं, इस दौरान शाह ने पत्रकारों के तमाम सवालों के जवाब दिए.
अमित शाह से सवाल किया गया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में मध्यप्रदेश के संदर्भ में आपका और भारत सरकार का दृष्टिकोण क्या है?
अमित शाह ने कहा, ”मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा का प्रचार पीएम मोदी और सीएम शिवराज के समय में हुआ है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जो क्षेत्र है, वो उच्च शिक्षा के बिना संभव नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में जो भी विकास देशभर में होगा, उच्च शिक्षा के बिना संभव नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में इसका रॉ मटेरियल, बच्चे तैयार करने, युवाओं को तैयार करने के काम यहां बहुत अच्छे तरीके से हुए हैं। मुझे मध्य प्रदेश के युवाओं की क्षमता पर विश्वास है, जरूर इस क्षेत्र में भी अपना दम दिखाएंगे और देश में अच्छा स्थान हासिल करेंगे।”
करप्शननाथ ने अपने 15 महीने के शासन में पॉलिटिकल वेंडेटा को नीचे तक पहुँचाने के अलावा कुछ नहीं किया। pic.twitter.com/WO7gtRXJOE
— Amit Shah (@AmitShah) August 20, 2023
सवाल-ये मानें कि आप 2024 चुनाव को डेवलपमेंट के मुद्दे पर ही लेकर आएंगे?
जवाब- हम तो यही चाहते हैं. विकास के मुद्दे पर चुनाव हो। कांग्रेस की परंपरा थी चुनाव को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण के आधार पर घसीट कर ले जाना। मोदी जी ने नई परंपरा डाली पॉलिट्कस ऑफ परफोर्मेंस। धारा 370 को भी समाप्त किया है। राम मंदिर का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। यहां महाकाल लोक भी बना है। हम जरूर चाहेंगे कि चुनाव डेवलपमेंट और गरीब कल्याण के मुद्दे पर हो।
सवाल- 15 महीने की कमलनाथ सरकार का जिक्रकिया? क्या इनका काम भाजपा के लिए चुनौती है? BJP आरोप पत्र लाएगी?
जवाब- आरोप तो मैने लगा ही दिये हैं कांग्रेस को जवाब देना चाहिये।
सवाल – क्या ये सही है कि चुनाव जीतने के बाद शिवराज ही मुख्यमंत्री रहेंगे?
जवाब – अभी शिवराज जी मुख्यमंत्री ही हैं। पार्टी का काम पार्टी करेगी।
सवाल- अभी जो टिकट वितरित हुईं उसमें परिवारवाद नहीं है ?
जवाब- परिवारवाद जहर है, जब पार्टियां परिवार की मिल्कियत बनती हैं। तो डेमोक्रेसी के अंदर नीचे से जो लोग आते हैं उनके लिया क्या स्थान होता है।।
अटल जी किसके बेटे थे , मोदी जी किसके बेटे थे, राजनाथ जी किसके बेटे थे। मैं पार्टी का अध्यक्ष बना, मेरे परिवार का कोई राजनीतिक बैक ग्राउंड नहीं था, नड्डा जी पार्टी के अध्यक्ष बने कोई राजनीतिक बैक ग्राउंड नहीं था, शिवराज जी का बैकग्राउंड क्या है।
कांग्रेस के एजेंडे को घुमा फिराकर भ्रांति खड़ी मत कीजिये परिवार से बहुत स्पष्ट है पार्टी की मलकियत सत्ता की मलकियत एक परिवार में हाथ में रहना इसको परिवारवाद कहते हैं। परिवारवाद की जब हम बात करते हैं तो पार्टी की मिल्कियत की बात करते हैं। आप क्या कह सकते हैं कि BJP मध्यप्रदेश की मिल्कियत कोई परिवार की है। आप मुझे बताइए, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव गुट) … मैं नेताओं के नाम नहीं लेना चाहता। परिवारवाद का मतलब है सरकार और शासन में एक ही परिवार के व्यक्ति आएंगे। कहीं इक्का-दुक्का किसी के परिवार को योग्यता के आधार पर टिकट दिया, ये परिवारवाद का मुद्दा डाइल्यूट करना है।
परिवार का मतलब है सरकार और शासन में एक ही परिवार के व्यक्ति ही आएंगी। इक्का-दुक्का व्य्कति अगर है तो इसे परिवारवाद नहीं कहेंगे, भ्रांति खड़ी मत कीजिये। पार्टी, सत्ता एक ही परिवार के हाथ में रहना परिवार वाद है।
सवाल – हाल ही में दो राज्यो में इन्हीं मुद्दों पर आपकी सरकार नहीं बनी, क्या गारंटी है कि मध्यप्रदेश में आपकी सरकार बनेगी?
जवाब –आप सिर्फ दो राज्यों की ही बात क्यूँ करते है, हमारी मणिपुर से लेकर कई राज्यों में सरकार बनी हैं।
सवाल: आपने कई मुफ्त की घोषणाएं कीं, इन्हें कैसे लागू करेंगे, बजट का क्या प्रावधान है, ऐसा क्या करेंगे कि प्रदेश की जनता पर प्रभाव नहीं पड़े?
जवाब: हमने ये घोषणाएं चुनाव के समय नहीं कीं। हर घर में शौचायल 2015 में आई, 2020 में हर घर नल आई, हमारी योजनाएं और चुनाव का संबंध नहीं है। रही बात गरीब को रेवड़ी बांटने वाली बात की तो गरीब को भी समझ है कि मोदी जी ने एक लाख का घर दिया और कोई 200 रुपए का बिल माफ करेगा तो वह एक लाख का घर भूलकर 200 रुपए बिल माफी पर वोट नहीं करेगा। हमारा विश्वास गरीब को गरीबी से बाहर निकालना और उसकी आय बढ़ाना है।
सवाल- 2018 के चुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा लेकिन सीट घटीं आप सत्ता से बाहर हो गये, अब क्या बदलाव आया है कि आप चुनाव जीत जाएंगे?
जबाव- 2018 का चुनाव जातिवाद के जहर की परछाईं में हुआ था। जनता ने हमारा और कांग्रेस का 15 माह का शासन देख लिया है। हमें पूरा विश्वास है कि इस बार जनता हमें चुनेगी और हम पूर्ण बहुमत के साथ मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी।
सवाल: दिग्विजय का आरोप है कि एमपी में नूंह की तरह BJP दंगों की प्लानिंग कर रही है?
जवाब: दिग्विजय सिंह का ऐसा ही स्वभाव है। जो आदमी के मन में होता है, ऐसी ही बात मुंह से निकलती है। एक महीने बाद दिग्विजय को पूछ लेना कि दंगा क्यों नहीं हुआ।
सवाल – आपने कांग्रेस व कमलनाथ व दिग्विजय सिंह के घोटालों की सूची दी है, केंद्र में आपकी सरकार है, तो क्या कारण है कि आप इन पर शीघ्रता से कार्रवाई नहीं कर रहे हैं?
जबाव- मैने कभी राजनीति के आधार पर एक्शन नहीं लिए। एजेंसी जांच कर रही हैं। जांच में समय लगता है। ये वही एजेंसियां हैं जिनकी कार्रवाई पर कार्रवाई पर विपक्ष-कांग्रेस हायतौबा मचा रही हैम। अगर ये कमलनाथ जी का स्पांसर सवाल है तो जान लें कि इससे नुकसान भी हो सकता है, जांच की गति तेज भी हो सकती है।
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— भारत एक्सप्रेस
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