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झारखंड में सरकारी नौकरी की एक परीक्षा के लिए पिछले 9 साल से मिल रही सिर्फ तारीख पर तारीख

वर्ष 2015 में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास ने राज्य के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों का डेटा बनवाया और इसके लिए भर्ती परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया था, जो अब तक नहीं हो सकी है.

Students Exam Youths IANS

(प्रतीकात्मक तस्वीर: IANS)

झारखंड में करीब 2,000 पदों पर नियुक्ति की एक परीक्षा की प्रक्रिया पिछले 9 साल से चल रही है. झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (JSSC) ने कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्षा के लिए अब तक कई बार आवेदन मंगाए गए, सात बार परीक्षा की तारीखें तय करने के बाद इसे टाल दिया गया. 8वीं बार परीक्षा शुरू भी हुई तो पेपर लीक हो गया और प्रॉसेस फिर रुक गया.

पेपर लीक की घटना के भी पांच माह गुजर चुके हैं और इस बार स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अगस्त के तीसरे हफ्ते में परीक्षा लेने की डेडलाइन तय की है. इस परीक्षा के लिए करीब साढ़े छह लाख युवाओं ने फॉर्म भरा है और उनके सब्र का बांध छलकने लगा है.

सोशल मीडिया पर अभियान

युवाओं ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर इसे लेकर अभियान चलाया और अब तक 10 हजार से भी ज्यादा पोस्ट किए हैं. युवाओं की मांग है कि इस परीक्षा की प्रक्रिया हर हाल में अगस्त महीने तक पूरी कर ली जाए.

JSSC-CGL की इस परीक्षा के जरिये सहायक शाखा अधिकारी, ब्लॉक आपूर्ति अधिकारी, ब्लॉक कल्याण अधिकारी, योजना सहायक, ब्लॉक पंचायत राज अधिकारी, सर्किल इंस्पेक्टर जैसे विभिन्न पदों पर भर्ती होनी है.

पूरा घटनाक्रम

वर्ष 2015 में झारखंड के तत्कालीन सीएम रघुबर दास ने राज्य के विभिन्न विभागों में रिक्त पदों का डेटा बनवाया और उसके बाद जेएसएससी को नियुक्ति परीक्षा लेने का निर्देश दिया था.

साल 2016 में JSSC ने CGL एग्जाम के जरिये 2,000 पदों पर भर्ती के लिए पहली बार विज्ञापन निकाला. परीक्षा 21 अगस्त 2016 को प्रस्तावित थी. इसके लिए 6 अगस्त को एडमिट कार्ड जारी करने की बात हुई, लेकिन अपरिहार्य कारण बताते हुए एडमिट कार्ड जारी करने के पहले ही परीक्षा स्थगित करने की सूचना जारी कर दी गई.


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इसके बाद कमीशन ने साल 2017-18 में होने वाली परीक्षाओं का कैलेंडर जारी किया, तो इस परीक्षा के लिए संभावित समय फरवरी-मार्च 2018 बताया गया. इस बार भी परीक्षा की तारीख नहीं आई. आयोग ने कहा कि अब नवंबर-दिसंबर 2019 में परीक्षा होगी, पर उस समय राज्य में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी. परीक्षा फिर टाल दी गई.

नए सिरे से परीक्षा कराने की बात

साल 2020 में प्रदेश में सरकार बदली. हेमंत सोरेन की अगुवाई में झामुमो-कांग्रेस-राजद की सरकार बनी. 2020 में इस परीक्षा पर कोई बात नहीं हुई. फिर सरकार ने नए सिरे से परीक्षा कराने की बात कही. इसके बाद 5 मई 2021 की तारीख मिली. सरकार ने नियुक्ति के लिए नई पॉलिसी बनाने की बात की और परीक्षा फिर टल गई.

नए सिरे से आवेदन मंगाए गए. इसके बाद मई 2022 और अगस्त 2022 में परीक्षा की तारीखें तय हुईं और अपरिहार्य कारणों से फिर परीक्षा स्थगन की सूचनाएं जारी कर दी गईं. इसके बाद 2023 में दो बार जनवरी और सितंबर में परीक्षाओं की नई तारीख जारी की गई, लेकिन पहले की तरह फिर स्थगन का नोटिस आ गया.

इस साल पेपर लीक हो गया

2024 में दो चरणों में परीक्षा लेने के लिए 28 जनवरी और 4 फरवरी की तारीख मुकर्रर की गई. 28 जनवरी को राज्य के 735 केंद्रों पर परीक्षा हुई, लेकिन परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों के पांवों के नीचे की जमीन तब खिसक गई, जब उन्हें खबर मिली कि पेपर और आंसर की एक रात पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.

आखिरकार परीक्षा रद्द कर दी गई. कमीशन के चेयरमैन नीरज सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया. फिर लोकसभा चुनाव की वजह से इसकी प्रक्रिया रुकी रही. अब स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने इसके लिए अगस्त के तीसरे हफ्ते का समय तय किया है.

-भारत एक्सप्रेस



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