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Operation Sindoor: कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिश्री की अगुवाई में भारत ने पाक के आतंकी ढांचे को किया तबाह

भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के मसले पर लगातार दूसरे दिन आज शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें बुधवार की तरह विदेश सचिव विक्रम मिश्री के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद रहीं.

India Pakistan Conflict: ऑपरेशन ‘सिंदूर’ को लेकर आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में आज भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि भारत की कार्रवाई “केंद्रित, संतुलित और गैर-उत्तेजक” रही. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया था. साथ ही उन्‍होंने दोहराया कि भारत के सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित और कड़ा जवाब दिया जाएगा.

‘पाकिस्‍तान ने हमारे मिलिट्री ठिकानों पर हमले किए’

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कुछ देर पहले ही प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज जैसे स्थानों पर भारतीय सैन्य ठिकानों को ड्रोन और मिसाइल हमलों से निशाना बनाने की कोशिश की. इन सभी हमलों को भारत की एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया. अब इन क्षेत्रों से हमलों के मलबे को बरामद किया जा रहा है, जो पाकिस्तानी हमले का स्पष्ट प्रमाण है.

भारत की जवाबी कार्रवाई में पाक के डिफेंस सिस्‍टम तबाह

कर्नल सोफिया कुरैशी ने आगे जानकारी दी कि आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया. भारतीय कार्रवाई समान क्षेत्र और समान तीव्रता में की गई है. विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, लाहौर में स्थित पाकिस्तान का एक प्रमुख एयर डिफेंस सिस्टम निष्क्रिय कर दिया गया है.

मोर्टार और भारी तोपों से गोलाबारी कर रहा है पाकिस्‍तान

वहीं, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर बिना उकसावे के मोर्टार और भारी तोपों से गोलाबारी की तीव्रता बढ़ा दी है. यह गोलाबारी कुपवाड़ा, बारामुला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में की गई, जिसमें तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित 16 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई. विंग कमांडर सिंह ने कहा कि भारतीय सेना को मजबूरन जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी ताकि पाकिस्तानी गोलाबारी को रोका जा सके. उन्होंने दोहराया कि भारतीय सशस्त्र बल संघर्ष बढ़ाने के पक्षधर नहीं हैं, बशर्ते पाकिस्तान भी संयम बरते.

विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में “एस्केलेशन लैडर” पर पहला कदम पाकिस्तान ने उठाया था, जब उसने पहलगाम आतंकी हमले को अंजाम दिया. भारतीय सशस्त्र बल केवल उसी उकसावे का जवाब दे रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पहलगाम हमले पर चर्चा हो रही थी, तब पाकिस्तान ने TRF (The Resistance Front) की भूमिका का विरोध किया था, जबकि TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी दो बार स्वीकार की थी.

‘भारत का इरादा स्थिति को बिगाड़ने का नहीं, पाक समझ जाए’

विक्रम मिश्री ने कहा कि कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर सिंह ने कल और आज दोनों ही अवसरों पर साफ तौर पर कहा है कि भारत की प्रतिक्रिया “गैर-उत्तेजक, सटीक और संतुलित” रही है. भारत का इरादा स्थिति को और बिगाड़ने का नहीं है, और भारतीय सशस्त्र बल केवल पाकिस्तान द्वारा शुरू की गई उकसावे की कार्रवाई का जवाब दे रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने किसी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया है; केवल पाकिस्तान के भीतर मौजूद आतंकी ढांचे पर कार्रवाई की गई है.

विदेश सचिव ने पूछा- आतंकियों के जनाजे में सेना का क्या काम

विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने कहा, “… यह भी हैरान करने वाली बात है कि आतंकियों के अंतिम संस्कार उन (PAK) के राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे ताबूतों के साथ किए जा रहे हैं और उन्हें सम्मान भी दिया जा रहा है… कल पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में सिख समुदाय को निशाना बनाकर हमला किया — पूंछ में एक गुरुद्वारे पर हमला किया गया और सिख समुदाय के सदस्यों पर गोलाबारी की गई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई… पूंछ में अब तक कुल 16 नागरिकों की जान जा चुकी है और कई अन्य घायल हुए हैं.”

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‘ओसामा बिन लादेन कहां रह रहा था और किसने उसे शहीद कहा था’

विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने कहा, “पाकिस्तान की वैश्विक आतंकवाद के केंद्र के रूप में जो पहचान बनी है, वह कई घटनाओं पर आधारित है… मुझे याद दिलाने की आवश्यकता नहीं है कि ओसामा बिन लादेन कहाँ पाया गया था और किसने उसे ‘शहीद’ कहा था… पाकिस्तान आज भी संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित कई आतंकवादियों और अन्य देशों द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों का गढ़ बना हुआ है. आपने हाल के दिनों में देखा होगा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पूर्व विदेश मंत्री ने स्वयं स्वीकार किया है कि उनका देश आतंकवादी संगठनों से जुड़ा रहा है.”

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