
सांसदों का समूह विदेश का करेगा दौरा.
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों (Delegation) की सूची जारी की है, जो आतंकवाद के लिए पाकिस्तान के समर्थन को उजागर करने और वैश्विक मंच पर आतंकवाद पर भारत की शून्य-सहिष्णुता की नीति को बताने के लिए विभिन्न देशों का दौरा करेंगे.
Delegation को 7 समूहों में बांटा गया
इस लिस्ट में सभी दलों के सांसदों को शामिल किया गया है, जिन्हें 8-9 सदस्यों वाले सात समूहों में अलग-अलग बांटा गया है. अलग-अलग ग्रुप के लिए एक-एक नेता भी नियुक्त किया गया है. जो वैश्विक स्तर पर प्रतिनिधिमंडल (Delegation) का नेतृत्व करेगा.
Delegation विदेश का करेगा दौरा
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को सूची पोस्ट करते हुए इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किस प्रकार संसद सदस्यों ने “एक मिशन, एक संदेश, एक भारत” के प्रति एकजुट रुख दिखाया है. रिजिजू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “एक मिशन. एक संदेश. एक भारत. सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही ऑपरेशन सिंदूर के तहत प्रमुख देशों से संपर्क करेंगे, जो आतंकवाद के खिलाफ हमारे सामूहिक संकल्प को दर्शाता है. यहां इस संयुक्त मोर्चे का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसदों और प्रतिनिधिमंडलों की सूची दी गई है.”
प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसदों के नाम
भारतीय जनता पार्टी के सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में समूह 1 सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया का दौरा करेगा. तीन भाजपा सांसद- निशिकांत दुबे, फंगनन कोन्याक, रेखा शर्मा इस समूह का हिस्सा हैं. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आज़ाद, मनोनीत राज्यसभा सदस्य सतनाम सिंह संधू और पूर्व विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला इस समूह का हिस्सा होंगे.
भाजपा के रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में समूह 2 कुछ यूरोपीय देशों का दौरा करेगा, जिनमें यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, इटली, डेनमार्क और अन्य शामिल हैं. भाजपा के दग्गुबाती पुरंदेश्वरी और समिक भट्टाचार्य के साथ शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी, मनोनीत राज्यसभा सदस्य गुलाम अली खटाना, कांग्रेस के अमर सिंह, पूर्व विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर इस समूह का हिस्सा होंगे.
One mission. One message. One Bharat 🇮🇳
Seven All-Party Delegations will soon engage key nations under #OperationSindoor, reflecting our collective resolve against terrorism.Here’s the list of MPs & delegations representing this united front. https://t.co/1igT7D21mZ pic.twitter.com/3eaZS21PbC
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) May 17, 2025
समूह 3 का नेतृत्व जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा कर रहे हैं. नौ सदस्यों वाला यह समूह इंडोनेशिया, मलेशिया, कोरिया गणराज्य, जापान और सिंगापुर का दौरा करेगा. भाजपा की अपराजिता सारंगी, बृज लाल, प्रदान बरुआ, हेमंग जोशी के साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस के यूसुफ पठान, माकपा के जॉन ब्रिटास, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और मोहन कुमार भी इस समूह का हिस्सा हैं.
समूह 4 का नेतृत्व शिवसेना सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे करेंगे, जो संयुक्त अरब अमीरात, लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन का दौरा करेंगे. भाजपा की बांसुरी स्वराज, अतुल गर्ग, मनन कुमार मिश्रा, विपक्षी सदस्यों में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सांसद मोहम्मद बशीर, बीजेडी के सस्मित पात्रा और सुजान चिनॉय शामिल होंगे.
ग्रुप 5 का नेतृत्व कांग्रेस के शशि थरूर कर रहे हैं, जो अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया जाएंगे. भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता और तेजस्वी सूर्या के साथ लोजपा (रामविलास) की शांभवी चौधरी, टीडीपी के जीएम हरीश बालयोगी, शिवसेना के मिलिंद देवड़ा, जेएमएम के सरफराज अहमद और अमेरिका में पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू भी साथ जाएंगे.
डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में समूह 6 स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया और रूस जैसे यूरोपीय देशों के दूसरे समूह में जाएगा. समाजवादी पार्टी के राजीव राय, नेशनल कॉन्फ्रेंस के मियां अल्ताफ अहमद, भाजपा के बृजेश चौटा, आरजेडी के प्रेम चंद गुप्ता, आप के अशोक कुमार मित्तल के साथ मंजीव एस पुरी और जावेद अशरफ भी होंगे.
एनसीपी (एससीपी) सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में समूह 7 मिस्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका में भारत के रुख का प्रतिनिधित्व करेगा. भाजपा के राजीव प्रताप रूडी, अनुराग सिंह ठाकुर, वी मुरलीधरन के साथ कांग्रेस के मनीष तिवारी, आनंद शर्मा, टीडीपी के लवू श्री कृष्ण देवरायलु, आप के विक्रमजीत सिंह साहनी और संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य-सहिष्णुता की नीति को सामने रखेंगे.
7 मई को शुरू हुआ ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के प्रतिशोध में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाना था. इस अभियान में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में स्थित आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया तथा जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया.
हमलों के बाद, पाकिस्तान ने सीमा पार से गोलाबारी की और ड्रोन हमलों का प्रयास किया. जवाब में, भारत ने समन्वित हवाई हमले किए, जिसमें 11 पाकिस्तानी एयरबेसों में प्रमुख सैन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा. 10 मई को, दोनों पक्षों ने सीजफायर का ऐलान किया.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.