सीएम एकनाथ शिंदे व उद्धव ठाकरे
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना उन पर बड़ा हमला बोला है. सीएम शिंदे ने कहा कि यह पता चलना चाहिए कि किसने लोगों के जनादेश, बाल ठाकरे की विचारधारा और 25 साल के सहयोगी को धोखा दिया. विधानसभा एक चर्चा के दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा और कहा कि पिछले एक साल से हमें ‘खोके’ और ‘गद्दार’ कहा जा रहा है. अब इसे हमेशा के लिए निपटाने का समय आ गया है.
सीएम शिंदे ने कहा, “जो लोग हम पर ‘गद्दार’ और ‘खोके’ (धन की पेटी) होने का आरोप लगाते हैं, उन्होंने हमें पत्र लिखकर हमसे 50 करोड़ रुपये लौटाने के लिए कहा है. मैंने निर्देश दिया है कि इसे वापस किया जाना चाहिए. मैं आपकी संपत्ति पर दावा नहीं करता. मेरी संपत्ति बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा है.’’ शिंदे शिवसेना से अलग होने के बाद पार्टी कोष को लेकर जारी विवाद का जिक्र कर रहे थे. एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह पता लगाने का समय आ गया है कि महाराष्ट्र का ‘महा गद्दार’ कौन है.
अनियमितताओं को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा- शिंदे
शिंदे ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान की गईं अनियमितताओं को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा और दोषियों को सजा मिलेगी. उन्होंने कहा कि ईडी इस बात की जांच कर रही है कि पुराने ऑक्सीजन संयंत्रों का उपयोग किस तरह से किया गया कि मरीजों की आंखें चली गईं. बॉडी बैग की कीमत 300 रुपये थी लेकिन इसे 6,000 रुपये में बेचा गया.
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उन्होंने कहा कि महा विकास आघाड़ी सरकार (ठाकरे के नेतृत्व वाली) के दौरान शिक्षा, विचारधारा, आर्थिक निवेश का स्तर गिर गया और सिर्फ व्यंग्य किया जाता था. लेकिन जो बिगड़ गया है हम उसे सुधार रहे हैं. शिंदे ने कहा कि हमारी सरकार केंद्र के मजबूत समर्थन वाली समान विचारधारा वाले दलों की सरकार है और विधानसभा में हमारी संख्या 170 से अब 215 है.
शिंदे गुट के शिवसेना से अलग होकर बीजेपी से हाथ मिलाने पर उद्धव ठाकरे गुट ने बगावत करने वालों पर ‘खोके’ और ‘देशद्रोही’ होने का आरोप लगाया था. वहीं, शिंदे गुट ने ठाकरे पर एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिलाकर अपने बालासाहेब की विचारधारा और पुरानी सहयोगी पार्टी भाजपा को धोखा देने का आरोप लगाया था.