पीएम नरेंद्र मोदी
Karnataka Elections 2023: कर्नाटक में विधानसभा चुनावों की घोषणा होने के बाद से ही राजनीतिक दलों में सरगर्मियां बढ़ गई हैं. अभी से सबने अपनी-अपनी रणनीति बनाकर उसपर काम करना शुरु कर दिया है. ऐसे में इस बात की भी खबर आ रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में 30 दिनों के अंतराल में कुल 20 जनसभाओं को संबोधित कर सकते हैं, आज मंगलवार को सूत्रों द्वारा इस बात की जानकारी मिली है.
प्रधानमंत्री के दौरों से पार्टी को राज्य में मिली गति
सूत्रों के हवाले से इस बात की खबर आ रही है कि विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री के दौरों से पार्टी को गति हासिल करने में मदद मिली है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्र ने कहा, उनकी सार्वजनिक रैलियों और रोड शो ने बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित किया और पार्टी की मदद भी की.
टाइगर प्रोजेक्ट के बहाने कर्नाटक का दौरा
बताया जा रहा है कि टाइगर प्रोजेक्ट के 50 साल पूरे होने के मौके पर 9 अप्रैल को प्रधानमंत्री सातवीं बार कर्नाटक का दौरा करेंगे. हालांकि, विपक्षी कांग्रेस के नेताओं ने पीएम मोदी को कर्नाटक की बहुत अधिक यात्राओं के लिए पोल एजेंट करार दिया है. इस पर भाजपा सूत्र ने कहा कि मोदी के दौरे बीजेपी की लहर को मजबूत करने और सत्ता विरोधी लहर को मात देने में सफल रहे हैं.
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चुनाव से पहले बड़ा अभियान
हालांकि रिश्वतखोरी के मामले में बीजेपी विधायक मदल विरुपाक्षप्पा की गिरफ्तारी से पार्टी को झटका लगा है. इसी वजह से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रैली स्थल को दावणगेरे जिले से बदल दिया गया. एक अन्य सूत्र ने कहा कि पार्टी उस प्रकरण को पीछे छोड़ने के लिए चुनाव से पहले हाई-वोल्टेज अभियान शुरू करना चाहती है.
पार्टी के अंदरूनी सूत्र के मुताबिक, पीएम मोदी के एक महीने के अंतराल में 20 जनसभाओं को संबोधित करने की उम्मीद है. भाजपा सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री की रैलियां उन निर्वाचन क्षेत्रों पर भी केंद्रित होंगी जहां कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर मजबूत हैं.
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