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Varanasi: “काशी धार्मिक नगरी है, यहां मांस मदिरा की बिक्री हो बंद”, बोले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

UP News: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंदिर की सुंदरता की प्रशंसा करते हुए कहा कि, हिंदू राष्ट्र की कामना को लेकर बाबा विश्वनाथ के दरबार में अर्जी लगाई है.

पूजा-अर्चना करते पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

सौरभ अग्रवाल

Varanasi: धर्म नगरी काशी में दो दिन से धर्म के प्रति आस्था रखने वाले सनातन धर्म के जाने-माने चेहरे पहुंच रहे हैं. सोमवार को बाबा बागेश्वर धाम पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री वाराणसी पहुंचे और काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर बाबा के दर्शन किए. वहीं मंगलवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने वाराणसी के कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव मंदिर में पहुंचकर दर्शन-पूजन किया. इस मौके पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बड़ा बयान देते हुए काशी में मांस-मंदिरा पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग उठाई है.

बाबा बागेश्वर धाम ने सबसे पहले श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया और फिर विश्वनाथ धाम के निर्माण की जमकर प्रशंसा की. दूसरी ओर उनके वाराणसी पहुंचने की खबर शहर में जंगल में आग की तरह फैली और बड़ी संख्या में उनके श्रद्धालु और अनुयायी मंदिर के पास उनके दर्शन के लिए पहुंच गए. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने हाथ हिलाकर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया. इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बाबा के दर्शन और पूजन किए. हालांकि विश्वनाथ मंदिर के बाहर बागेश्वर धाम के अनुयायियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.

उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हिंदू राष्ट्र की कामना को लेकर बाबा विश्वनाथ के दरबार में अर्जी लगाई है. अब बस यही कामना है कि ये देश हिंदू राष्ट्र हो जाए. इसी के साथ उन्होंने कहा कि काशी धार्मिक नगरी है, यहां मांस मदिरा की बिक्री को प्रतिबंधित कराया जाना चाहिए.

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काशी विद्यापीठ के कुलपति से मिलने पहुंचे बाबा रामदेव

बता दें कि योग गुरु बाबा रामदेव दो दिन से काशी में हैं और सोमवार को उन्होंने काशी विश्वनाथ के दर्शन कर मंदिर प्रशासन से मंदिर का भव्यता का वर्णन किया था. वहीं मंगलवार को वह वाराणसी के कैथी स्थित मार्कण्डेय महादेव मंदिर में पहुंचे और विधि-विधान से दर्शन पूजन किया. कैथी में गंगा घाट के निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्यों पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की. इसी के साथ योग की शिक्षा को काशी विद्यापीठ के पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एके त्यागी से भी मुलाकात की.

-भारत एक्सप्रेस

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