पूर्व सीएम अखिलेश यादव
Lok Sabha Elections-2024: लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. अखिलेश यादव लगातार पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करते दिखाई दे रहे हैं और पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं. बैठकें कर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को मोटिवेट करने में जुटे हैं. इसी क्रम में वह आज वाराणसी का दौरा करने पहुंचेंगे और लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करेंगे. फिलहाल इसे अखिलेश का निजी दौरा बताया जा रहा है. हालांकि इस मौके पर वह अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे.
अखिलेश यादव आज पहुंचेंगे बनारस
खबर सामने आ रही है कि, वह पूर्व विधायक पूनम सोनकर के बेटे के मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल के वीरभानपुर-राजातालाब आवास जाएंगे. इस दौरे को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं. सपा से मिली जानकारी के मुताबिक, सपा प्रमुख अखिलेश यादव गुरुवार को बनारस आ रहे हैं. वह सुबह 11:45 पर लालबहादुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे.
यहां से दोपहर 12:30 बजे तुलसीघाट जाएंगे और संकटमोचन के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र से मुलाकात कर उनकी माता के निधन पर शोक संवेदना प्रकट करेंगे. इसी के साथ ही अखिलेश यादव दोपहर 1:15 बजे दुर्गाकुंड स्थित ब्रह्मानंद कालोनी जाएंगे व पूर्व विधायक पूनम सोनकर के बेटे के मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद वह पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल के वीरभानपुर-राजातालाब आवास जाएंगे और उनके बेटे के प्रीतिभोज में शामिल होने के बाद दोपहर 3:00 बजे विशेष वायुयान से लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे.
ये भी पढ़ें-Jharkhand: हेमंत सोरेन को नहीं मिली कोर्ट से राहत, पांच दिनों के लिए बढ़ी ED रिमांड
फरवरी में टूट सकती है अखिलेश और जयंत की दोस्ती
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कुनबा बढ़ाओ अभियान जारी है. इसी क्रम में खबर सामने आ रही है कि फरवरी में ही जयंत चौधरी अखिलेश का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं. रालोद मुखिया जयंत चौधरी की बीजेपी से बढ़ती नजदीकियां लगातार भाजपा के साथ बढ़ती दिखाई दे रही हैं. माना जा रहा है कि 12 फ़रवरी को जयंत चौधरी समाजवादी पार्टी और इंडी गठबंधन से नाता तोड़ सकते हैं.
मालूम हो कि, 12 फरवरी को चौधरी अजीत सिंह की जयंती है. इस दिन जयंत चौधरी भाजपा के साथ गठबंधन की घोषणा कर सकते हैं. हालांकि भाजपा के साथ जाने को लेकर अभी तक जयंत की ओऱ से कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. तो दूसरी ओर अखिलेश यादव ने इन सारी बातों को अफवाह बताया है और कहा है कि, जयंत चौधरी बहुत सुलझे हुए और पढ़े लिखे इंसान हैं. वह राजनीति को अच्छी तरह से समझते हैं.
-भारत एक्सप्रेस