पटना के मूर्तिकार ने बनाई तुलसी माला की मोती.
Lord Ram Statue Made by Patna sculptor: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसके लिए पूरे देश में उत्साह का माहौल है. हर कोई इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है. ऐसे में हर कोई अपने आप इस अनुठे आयोजन का गवाह बनाने में जुटा है. भारत के कोने-कोने से भारतवासी ऐसी रचनाएं तैयार करने में जुटे हैं जो भगवान राम को भेंट चढ़ाई जा सके. ऐसा ही कुछ किया पटना के मुर्तिकार जितेंद्र ने.
जितेंद्र ने तुलसी की माला का इस्तेमाल कर भगवान राम की प्रतिमा बनाई है. इसकी ऊंचाई 5 फीट है. इस प्रतिमा को 500 मालाओं का इस्तेमाल कर बनाया गया है. इसमें 50 हजार तुलसी मोती का उपयोग किया गया है.
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तुलसी की माला से बनाई
मूर्तिकार जितेंद्र ने बताया कि इस प्राण प्रतिष्ठा के लिए वह वहां जाने में सक्षम नहीं है. ऐसे में भगवान राम की आराधना के लिए प्रतिमा बनाई गई है. इस प्रतिमा को बनाने में 15 दिन का समय लगा. तुलसी की माला को पूजा में भी शामिल किया जाता है ऐसे में उन्होंने यह प्रतिमा तुलसी की माला से ही बनाई है. प्रतिमा को लंगरटोली स्थित भारत माता मंदिर में स्थापित किया जाएगा। जिसके बाद लोग इसके दर्शन कर पाएंगे।
मां दूर्गा की मूर्ति भी बना चुके हैं जितेंद्र
बता दें कि जितेंद्र इससे पहले भी कई अनोखी मूर्तियां बना चुके हैं. खासकर दुर्गा पूजा में अनोखी मूर्तियां बनाने के लिए वे क्षेत्र में विशेष पहचान रखते हैं. वह पिछले करीब 15 सालों से प्रतिमा बनाने का काम कर रहे हैं. पिछली दुर्गा पूजा में जितेंद्र 500 मोर पंख और 10 किलो चूड़े का इस्तेमाल मां दुर्गा की मूर्ति बनाई थी.
अरुण योगीराज ने बनाई मूर्ति गर्भगृह में हुई स्थापित
गौरतलब है राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भी भगवान राम की धातू की बालरूप मूर्ति आसन पर स्थापित की गई है. शुक्रवार को इसकी पहली झलक देखने को मिली थी. बता दें कि भगवान राम की यह बालरूप मूर्ति कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाई है. प्राण प्रतिष्ठा के लिए कुल 3 मूर्तियां बनाई गई थी. लेकिन न्यास ने अरुण योगीराज की मूर्ति को ही गर्भगृह में स्थापित करने का फैसला किया है.
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