सांकेतिक फोटो (सोशल मीडिया)
Lucknow: अब लखनऊ के मेट्रो कॉरिडोर (Metro Corridor) में या उसके आस-पास पतंगबाजी करने वालों की खैर नहीं. पतंगबाजी करने वालों की बिना वारंट गिरफ्तारी की जाएगी. इसके लिए मेट्रो प्रशासन ने निगरानी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि पतंगबाजी से मेट्रो के उत्तरी-दक्षिणी कॉरिडोर के बीच खतरा बना हुआ है. साथ ही रेल सेवा भी बाधित हो रही है. वहीं मांझे के चलते पतंगबाज की मौत का खतरा बना हुआ है.
कार्रवाई भी पतंगबाजों को नहीं रोक पा रही
बता दें कि लखनऊ में लगातार चाइनीज मांझे से होने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं. राजधानी पुलिस कमिश्नरेट के चाइनीज मांझे के खिलाफ कार्रवाई भी पतंगबाजों को नहीं रोक पा रही है. न्यायालय के आदेश के बाद भी पुलिस इनसे होने वाले हादसों पर न तो लगाम कस पा रही है और न ही चाइनीज मांझे की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लग पा रही है. इसी वजह से आए दिन लखनऊ में मांझे से होने वाली घटनाएं सामने आ रही हैं. बता दें कि पुराने लखनऊ में सबसे अधिक इस तरह के हादसे सामने आ रहे हैं.
चाइनीज मांझे से हुई घटनाओं की देखें बानगी
अगर हम पिछले दो-तीन महीनों की बात करें तो 14 नवंबर को पुल पर मांझे की चपेट में आने से एक युवक की गर्दन कट गई थी. उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था. इसके बाद ऐशबाग पुल पर एक बाइक सवार एक युवक की मांझे से गर्दन कट गई थी. 20 नवंबर को आलमनगर फ्लाई-ओवर पर पतंग के मांझे से जिम संचालक महेंद्र कुमार चौधरी का चेहरा कट गया था.
हादसे के दौरान बाइक अनियंत्रित होने से वह गिर भी गए थे. इसके अलावा नौ दिंसबर को बाजारखाला क्षेत्र के हैदरगंज फ्लाई-ओवर पर मांझे की चपेट में आने से नेहरू नगर निवासी मोहित अग्रवाल के माथे पर कट लग गया था. वह भी बाइक से थे और हादसे के दौरान अनियंत्रित होकर गिर गए थे और गम्भीर चोटे आईं थीं.
-भारत एक्सप्रेस
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