शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)
Madhya Pradesh News: वीरता और साहस की मूर्ति रानी दुर्गावती की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये की लागत से स्मारक बनाया जाएगा। यह स्मारक जबलपुर के मदन महल के पास बनाया जाएगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को की। वे जबलपुर में जनजातीय नायक राजा शंकर शाह, कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अपनी बात रख रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा- ”मैंने जो वादा किया है, उसे हमेशा पूरा किया है। 2 साल पहले राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह जी के बलिदान दिवस के अवसर पर मैंने 14 घोषणाएं की थीं। आज मुझे कहते हुए खुशी है कि हमने वो 14 घोषणाएं पूरी कर दी हैं। गरीब और आदिवासी भाई-बहनों की जिंदगी बदला है। पेसा कानून लागू कर हमारी सरकार ने जन जातीय लोगों को अधिकार सम्पन्न बनाया है, उनकी जमीन और संस्कृति को भी बरकरार रखने के अधिकार दिए हैं। कांग्रेस सरकार ने कभी पेसा को लागू करने का काम नही किया। उन्होंने सिर्फ आदिवासियों को छला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने पिछले साल भी हमने बलिदान दिवस मनाया था, हमारे गृहमंत्री अमित शाह जी आए थे, आज भी मैं आया हूं।
वीर भूमि और वीरों को प्रणाम करता हूं : सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन ही अंग्रेजों ने उन्होंने तोपों के मुंह पर बांध कर उड़ाया था क्योंकि उन्होंने कहा कि हम गुलामी स्वीकार नहीं करेंगे, अंग्रेजों तुम्हें भारत से बाहर जाना पड़ेगा। उन्होंने पूरे मध्यप्रदेश में विशेषकर गोंडवाना अंचल में संघर्ष का विगुल फूंका था, संघर्ष भी ऐसा कि अंग्रेज घबरा गए थे। उन्हें लगा कि अगर ये जिंदा रह गए तो अंग्रेज खदेड़ दिए जाएंगे भारत की धरती पर पैर टिक नहीं पाएंगे। इसलिए क्रांति को कुचलने की कोशिश की दबाने की कोशिश की उसी कड़ी में हमारे राजा साहब और कुँवर साहब को जिंदा तोपों से बांध करउड़ा दिया गया। मैं आज उनके चरणों में प्रणाम करता हूँ, जबलपुर की इस वीर भूमि को प्रणाम करता हूँ।
रानी दुर्गावती की वीरता हमेशा याद रहेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि रानी दुर्गावती के साहस को हम सभी जानते हैं, उन्होंने अकबर से कह दिया था कि खून की अंतिम बूंद दे दूंगी, लेकिन गुलामी स्वीकार नहीं करूंगी। रानी दुर्गावती हमारा स्वाभिमान थीं, रानी हमारी संस्कृति के पहचान थी, रानी शौर्य, वीरता, सेवा, सुशासन की प्रतीक थीं, वे सेवा का प्रतीक थीं, उनका नाम हमेशा अमर रहेगा, हम ऐसा स्मारक बनाएंगे।
5 अक्टूबर को फिर होगा जबलपुर में भव्य आयोजन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 5 अक्टूबर को रानी दुर्गावती के जन्म दिवस के मौके पर मैं फिर जबलपुर आउंगा, हम धूमधाम से आयोजन करेंगे, उनका जन्मोत्सव मनाएंगे, स्मारक का पूरा प्रारूप बन जाएगा। उनकी स्मृति बनाई रखना, देशभक्ति की भावना को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है।
कांग्रेस की कथनी-करनी में अंतर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की सरकार की कथनी और करनी में बड़ा अंतर था, कभी पेसा एक्ट के प्रावधान लागू नहीं किया। हमारी सरकार ने पेसा एक्ट लागू किया है, अब आदिवासी गरीब भाई—बहनों को कई लाभ मिल रहे हैं, जल, जंगल और जमीन का अधिकार दिया गया है।
आदिवासियों को शिक्षा से दूर रखने कांग्रेस अंग्रेजी में करवाती थी पढ़ाई- शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस चाहती थी कि आदिवासियों के बच्चे पढ़ लिख न जाएं, इसलिए उन्होंने उच्च शिक्षा को अंग्रेजी में बनाया। अंग्रेजी इसलिए ताकि गरीब प्रतिभाएं आगे न बढ़ जाएं, लेकिन हमारी सरकार ने हिन्दी में पढ़ाई शुरू करवाई, अब मेडिकल की पढ़ाई भी हिन्दी में करवाई जा रही है।
मेडिकल पढ़ाई में सरकारी स्कूल वाले बच्चों को 5 प्रतिशत आरक्षण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब मेडिकल की नीट परीक्षा में सरकारी स्कूलों से पढ़कर निकलने वाले बच्चों के लिए 5 प्रतिशत पद आरक्षित रहेंगे, ऐसा प्रावधान करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है।
बहनों को पैसा, सस्ता सिलेंडर, 100 रुपये बिजली बिल और घर दे रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों की जिंदगी बदलने के लिए लाड़ली बहना जैसी योजना शुरू की गई। इस योजना से सिर्फ पैसे ही नहीं दिया, बहनों को सम्मान दिया है, सशक्त किया है। गरीब बहनों को घर बनाकर देने के लिए लाड़ली बहना आवास योजना शुरू की है, जिनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम नहीं है, उनके लिए यह योजना शुरू की है। सीएम आवास योजना के तहत सभी को घर बनाकर देने के लिए पैसे दिये जाएंगे। उज्जवला और लाड़ली बहना योजना की हितग्राही बहनों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जाएगा, यह योजना भी मैंने शुरू कर दिया है। जिनके बिजली बिल ज्यादा आ गए हैं, उन सभी को रद्द कर रहे हैं। अब आगे से सिर्फ 100 ही बिल आएगा।
— भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.