प्रतीकात्मक तस्वीर
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर और कांकेर जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन महिलाओं समेत नौ नक्सलियों को मार गिराया है. राज्य के गृह विभाग का कामकाज संभाल रहे उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों से आग्रह किया है कि वे समर्पण करें एवं सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार है. शर्मा ने बताया कि जिलों के टेकमेटा और काकूर गांवों के मध्य जंगल में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन महिलाओं समेत नौ नक्सलियों को मार गिराया है. बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में इसी महीने की 16 तारीख को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया था.
सुरक्षाबल के सभी जवान सुरक्षित
शर्मा ने बताया कि सोमवार रात को नारायणपुर और कांकेर जिलों के सीमावर्ती अबूझमाड़ क्षेत्र में ‘डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड’ (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था. उपमुख्यमंत्री ने बताया कि अभियान के दौरान आज सुबह लगभग छह बजे जब सुरक्षाबल के जवान टेकमेटा और काकूर गांवों के मध्य जंगल में थे तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसपर सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की. उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद सुरक्षाबलों ने जब घटनास्थल की तलाशी ली तब वहां तीन महिलाओं समेत नौ नक्सलियों के शव बरामद किये गये. उनके अनुसार सुरक्षाबल के सभी जवान सुरक्षित हैं. शर्मा ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान के दौरान नक्सली डेरे से एक ए के 47 राइफल समेत कई हथियार, गोला बारूद और दैनिक उपयोग का सामान जब्त किया गया है.
उपमुख्यमंत्री ने नक्सलियों से की ये अपील
उपमुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश में इस सफलता के लिए सुरक्षाबलों को बधाई दी है. उन्होंने नक्सलियों से भी कहा है कि वे समर्पण कर मुख्यधारा में लौटें, सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार है. शर्मा ने कहा है, ”मैं नक्सलियों से और भटक चुके लोगों से एक बार फिर आग्रह करता हूं कि विष्णु देव की सरकार बातचीत के माध्यम से इस मसले का हल चाहती है. कोई एक नक्सली, कोई दो नक्सली, कोई छोटा समूह या बड़ा समूह, जो भी बात करना चाहे, वीडियो कॉल के माध्यम से बात करना चाहे या किसी मध्यस्थ के माध्यम से बात करना चाहे, तो सरकार की ओर से पुनर्वास की अच्छी व्यवस्थाओं के साथ उनसे आग्रह है कि वे मुख्यधारा में वापस लौटें और समाज के साथ आगे बढ़ें। बस्तर में शांति हो, बस्तर के गावों तक विकास पहुंच सके, यही प्रार्थना है.”