दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेता शामिल हुए. यह बैठक पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बुलाई गई थी.
बैठक में कांग्रेस नेताओं ने इस बात पर चर्चा की कि दिवंगत प्रधानमंत्री के कद के अनुसार उनका अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए उचित स्थान दिया जाए. इस संबंध में मनमोहन सिंह के परिवार ने सरकार से बातचीत की शुरुआत कर दी है.
आज कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge ने प्रधानमंत्री जी और गृह मंत्री से फ़ोन पर बात करके व एक पत्र लिख कर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से पुरज़ोर अनुरोध किया कि भारत के सपूत सरदार मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार व स्मारक स्थापित करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। pic.twitter.com/pNxh5txf0b
— Congress (@INCIndia) December 27, 2024
‘अंतिम संस्कार वहीं हो’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी केंद्र सरकार को पत्र लिखकर यह मांग की है कि पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार उस स्थान पर किया जाए जहां उनके स्मारक का निर्माण किया जा सके. उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से इस मामले में चर्चा भी की और उचित स्थान की अपील की.
परिवार सरकार से बातचीत कर रहा है
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने बताया कि मल्लिकार्जुन खड़गे और डॉ. मनमोहन सिंह का परिवार सरकार से अंतिम संस्कार और स्मारक के स्थान को लेकर वार्ता कर रहे हैं. 92 वर्ष की आयु में डॉ. मनमोहन सिंह का निधन गुरुवार रात हुआ था.
शक्ति स्थल के पास होगा अंतिम संस्कार
पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार शनिवार को सुबह 10 से 11 बजे के बीच दिल्ली के शक्ति स्थल के पास किया जाएगा. उनकी बेटी अमेरिका से देर रात दिल्ली पहुंचेंगी. डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित उनके आवास पर रखा गया है, जिसे एम्स से लाकर वहां रखा गया था.
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21 तोपों की सलामी
भारत में एक पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार के दौरान विशेष राजकीय प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है, जो उनके योगदान और पद की गरिमा को सम्मानित करता है. पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा जाता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है, जो सर्वोच्च राजकीय सम्मान का प्रतीक मानी जाती है.
-भारत एक्सप्रेस
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