मणिपुर में लगातार जारी है हिंसा
मणिपुर सरकार ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में अफवाहों और शांति व्यवस्था की गड़बड़ी पर लगाम लगाने के लिए राज्य में इंटरनेट पर प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से पांच दिनों के लिए और बढ़ा दिया है. राज्य के कई जिलों में कर्फ्यू के बीच सोमवार रात फिर हिंसा भड़क उठी. इसमें बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था, जिसका कि जीवन अस्पताल में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान जवान की हालत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई, इसके अलावा असम राइफल्स के दो जवानों को भी गोली लगी है. दोनों घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मुठभेड़ में एक जवान कि मौत
भारतीय सेना के स्पीयर कोर ने एक बयान में कहा, “बीएसएफ के एक जवान की गंभीर रूप से घायल होने के कारण मौत हो गई, जबकि असम राइफल्स के दो जवान गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हैं. अधिकारियों ने बताया कि घायल असम राइफल्स के जवानों को विमान से मंत्रिपुखरी ले जाया गया है
कल उपद्रवियों ने 100 घरों में आग लगाया था
गृहमंत्री अमित शाह के चार दिवसीय दौरे का भी मणिपुर में कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. उनके दौरे के तुरंत बाद मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई. कल काकचिंग जिले के सेरो गांव में कुछ उपद्रवियों ने 100 घरों में आग लगा दी. इसमें कांग्रेस विधायक रंजीत सिंह का घर भी शामिल है. बता दें कि, राज्य में 3 मई से मैतेई और कुकी समुदाय के लोगों के बीच भयंकर झड़प हो रही है.
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हिंसा में इतने लोगों की मौत
एक महीने से चल रही हिंसा के बाद मणिपुर में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती है. इसके बावजूद उपद्रवी लगातार हिंसा कर रहे हैं, लेकिन कल जो तांडव हुआ था, उसे किस समुदाय के लोगों ने अंजाम दिया है, इसके बारे में जानकारी नहीं मिली है. दरअसल 3 मई को शुरू हुई हिंसा में अब तक 98 लोगों की मौत हो चुकी है 300 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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