पीएम मोदी (फाइल फोटो)
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 नवम्बर को मन की बात कार्यक्रम के 95वें संस्करण को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 2023 में भारत को जी20 की अध्यक्षता करने का मौका मिलना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. आजादी के बाद ये पहली बार होगा, जब भारत जी 20 सम्मलेन की अध्यक्षता करेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मन की बात वो माध्यम है जिससे वो भारत के 130 करोड़ जनता से जुड़ते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हर कार्यक्रम से पहले देश के कोने-कोने से उनके पास बच्चे, बूढ़े और युवाओं के खत आते हैं. जिसे पढ़ कर वो मंत्रमुग्ध हो जाते हैं. वो आगे कहते हैं कि पूरी दुनिया भारत की उभरती शक्ति को उम्मीद से देख रही है.
मन की बात के प्रमुख अंश –
जी 20 की अध्यक्षता- प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में कहा कि आज़ादी के बाद यह पहली बार होगा जब भारत G20 सम्मलेन की अध्यक्षता करेगा. उन्होंने आगे कहा कि, जी 20 पूरी दुनिया के व्यापार में तीन चौताई, विश्व जीडीपी में 85 प्रतिशत और आबादी में दो-तिहाई का योगदान करती है. उन्होंने आगे कहा कि, जी 20 की अध्यक्षता करना इसलिए भी विशेष है, क्योंकि ये मौका हमें आज़ादी के अमृत काल में मिला है.
विक्रम एस रॉकेट की उड़ान- प्रधानमंत्री ने कहा कि 18 नवंबर को पहली बार भारत की एक निजी कंपनी ने श्रीहरिकोट से अपना रॉकेट अंतरिक्ष में भेजा. पीएम ने ‘विक्रम एस’ रॉकेट की खूबियां गिनाते हुए कहा कि लॉन्च मिशन का नाम जो ‘प्रारंभ’ दिया गया था, वो इसपर सटीक बैठता है. उन्होंने आगे कहा कि ये देश में प्राइवेट स्पेस सेक्टर के लिए सूर्योदय है. ये एक आत्मविश्वासी युग की शुरुआत है.
ड्रोन की जबरदस्त उड़ान- अपने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री हिमाचल के किन्नौर का जिक्र करते हुए (जिसमे ड्रोन द्वारा सेबों की डिलीवरी की गई) कहते हैं कि हमारे देश के लोग इनोवेशन के जरिए असंभव को भी संभव बना रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि क्या पहले इसकी कल्पना की जा सकती थी, जो आज हमारे देशवासी विज्ञान की मदद से कर दिखा रहे हैं?
अनुवांशिक बीमारी Muscular Dystrophy में मरीजों के उपचार और देखभाल के लिए बड़े सेवा-भाव की जरूरत होती है। हिमाचल प्रदेश में सोलन का ‘मानव मंदिर’ अपने नाम के अनुरूप ही ऐसे मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण बना है। pic.twitter.com/UiIZ5ZjFXo
— Narendra Modi (@narendramodi) November 27, 2022
कला और संगीत से मानवता की पहचान- प्रधानमंत्री मोदी ने संगीत और कला के बारे में कहा कि मानवता की असली पहचान कला, संगीत और साहित्य के लगाव से होती है. उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश की संगीत ने ना सिर्फ समाज को जोड़ने का काम किया है बल्कि पूरी दुनिया में एक अमिट छाप भी छोड़ी है.
-भारत एक्सप्रेस
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