न्यूज क्लिक
न्यूजक्लिक मामले में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की ओर से दाखिल आठ हजार पन्नों के आरोप पत्र में कई चौकाने वाले तथ्यों का खुलासा हुआ है. आरोप पत्र में कहा गया है कि सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को विदेशों से पैसा मिला है और वह भी इस साजिश में शामिल है. तीस्ता सीतलवाड़ के संचालित ‘सबरंग इंडिया‘ नामक पोर्टल को कथित तौर पर यह पैसा दिया गया है.
दिल्ली पुलिस के आरोप पत्र में कई चौकाने वाले खुलासे
आरोप पत्र में कहा गया है कि तीस्ता सीतलवाड़ को ‘सबरंग इंडिया‘ के लिए लगभग तीन लाख रुपए, अपने कर्मचारियों के लिए एक करोड़ रुपए से अधिक और अपने परिवार के निजी इस्तेमाल के लिए 39 लाख रुपए दिए गए. उसमें न्यूजक्लिक पोर्टल पर आरोप लगाया गया है कि पुरकायस्थ ने अपने समाचार बुलेटिन में कश्मीर के बिना भारत को चित्रित किया था और अक्साई चीन को चीन के हिस्से के रूप में दिखाया था.
चीनी मानिचत्र को बदलने के लिए प्रबीर पुरकायस्थ के खिलाफ सबूत भी हैं. प्रबीर पुरकायस्थ पर नेविल रॉय सिंघम और अन्य के साथ मिलकर कोरोना के प्रसार को रोकने और भारतीय दवा कंपनियों केटीकों के खिलाफ लेख प्रकाशित करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया गया है. आरोप पत्र में दावा किया गया है कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध की आड़ में प्रबीर पुरकायस्थ दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार अभियान में शामिल थे.
आरोप पत्र में आगे बताया गया है कि प्रबीर पुरकायस्थ ने न्यूजक्लिक का उपयोग करते हुए अपने कर्मचारियों को दंगाइयों को कैश बांटने के काम में लगाया था. उन पर दिल्ली दंगों के साथ-साथ किसानों के विरोध को भड़काने और कई आतंकवादी संगठनों को फंडिंग करने का भी आरोप है. पुरकायस्थ और न्यूजक्लिक पर सीएए/एनआरसी के खिलाफ बड़े पैमाने पर लामबंदी में शामिल होने, गलत सूचना फैलाने और लेखों और वीडियो के माध्यम से नफरत भड़काने का आरोप है. गवाहों के बयान के मुताबिक समाजसेवी तीस्ता सीतलवाड़, उर्मिंलेश सहित कई अन्य शामिल है. जिनको पैसा दिया गया है. सभी देश में अराजकता फैलाना चाहते थे.