यूपी के मोस्ट वांटेड अपराधी
UP Police Most Wanted: प्रयागराज में 25 फरवरी को हुए उमेशपाल शूटआउट, फिर 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी रिमांड में माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या ने सबको झकझोर दिया है. उमेश पाल हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों पर पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा है. अब तक इस मामले में 4 आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया. तो वहीं अतीक और अशरफ की तीन बदमाशों ने हत्या कर दी थी. पुलिस को उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स के अलावा 27 इनामी बदमाशों की तलाश है. जिन पर 50 हजार से लेकर 5 लाख तक का इनाम घोषित है.
उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट पर मौजूद मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स की लिस्ट में 27 अपराधियों की जानकारी दी गई है. इन बदमाशों पर 50 हजार रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक के इनाम भी घोषित है. इन अपराधियों को पकड़ना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. इनामी बदमाशों की लिस्ट में चार ऐसे बदमाश हैं जिन पर 5 लाख रुपए के इनाम घोषित है. सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि इनमें एक महिला भी शामिल है, नाम है दीप्ति बहल.
4 साल से दीप्ति की तलाश में हैं पुलिस
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दीप्ति बहल गाजियाबाद जिले की रहने वाली है. वह 42 हजार करोड़ के बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड संजय भाटी की पत्नी है. देश भर में इस घोटाले को लेकर 100 से अधिक मुकदमें दर्ज है. जिनमें वो नामजद है. पुलिस बीते चार साल से दीप्ति की तलाश कर रही है. दीप्ति के अलावा इस केस से जुड़े मेरठ का रहने वाला विजेंद्र सिंह हुड्डा और बुलंदशहर के भूदेव पर भी पांच-पांच लाख का इनाम घोषित है.
राशिद पर भी घोषित है 5 लाख का इनाम
सूबे की राजधानी लखनऊ और प्रयागराज समेत कई जिलों में शाइन सिटी के नाम से हाउसिंग सोसायटी से अरबों रुपए डकारने वाले राशिद नसीम पर भी पांच लाख का इनाम घोषित है. राशिद पर 300 से अधिक मुकदमें दर्ज है. इस घोटाले में दो दर्जन से अधिक लोग जेल जा चुके हैं. लेकिन, राशिद नहीं पकड़ा गया. पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राशिद दुबई में ऐश की जिंदगी जी रहा है.
पुलिस के लिए सिरदर्द बना बद्दो
पुलिस कस्टडी से फरार होने वाला बदन सिंह बद्दो उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का रहने वाला है. इस पर ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित है. कोर्ट में पेशी के दौरान बद्दो ने पुलिस वालों को होटल में खाना खिलाया. ऐसा ऐश कराया कि पुलिस खातिरदारी में मस्त हो गई और होटल से बदन सिंह फरार हो गया. बद्दो सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहता है. इतना ही नहीं, वह यूपी पुलिस के अफसरों को लेकर पोस्ट लिखता है. लेकिन, बदन की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी है.
यूपी पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में 50 हजार से लेकर 5 लाख तक के 27 ऐसे ही इनामी शामिल हैं, जिनकी तलाश में पुलिस सालों से खाक छान रही है. लेकिन किसी का कोई सुराग हाथ नहीं लग पा रहा. इनमें अगर उमेश पाल हत्या कांड में फरार चल रहे शूटर गुड्डू मुस्लिम, अरमान, साबिर और शाइस्ता परवीन को भी जोड़ लेंगे तो इनकी संख्या 30 से अधिक हो जाएगी.
“अपराध छोड़ दें या फिर प्रदेश, वरना…”-सीएम योगी
साल 2017 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कमल खिलाया था. पार्टी आलाकमान ने सूबे की बागडोर गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ के हाथों में सौंपी. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही सीएम योगी ने मंच से ऐलान किया, “बदमाश या तो अपराध छोड़ दें या फिर प्रदेश…वरना उन्हें सही जगह पहुंचा दिया जाएगा.”
हजारों एनकाउंटर कर चुकी है पुलिस
सीएम योगी आदित्यनाथ के इस संदेश को सुनते ही सालों से धूल फांक रही उत्तर प्रदेश पुलिस की बंदूक गोलियां उगलने लगीं. पूरब से लेकर पश्चिम तक बदमाशों का धर-पकड़ शुरू हो गए. साल 2017 से अब तक हजारों की संख्या में एनकाउंटर हुए. जिसमें बहुत से अपराधी घायल हुए या फिर मारे गए. जबकि कुछ पुलिसकर्मी भी शहीद हुए या फिर चोटिल हुए.
-भारत एक्सप्रेस
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