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समिट इंडिया के बैनर तले अथर्व भारत 2025 कार्यक्रम के तहत नेशनल एक्सीलेंस अवॉर्ड का हुआ आयोजन, भारत एक्सप्रेस रहा मीडिया पार्टनर

समिट इंडिया के बैनर चले अथर्व भारत 2025 कार्यक्रम के तहत नेशनल एक्सीलेंस अवॉर्ड का आयोजन चंडीगढ़ में हुआ जिसमें पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया एवं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भाग लिया.

रिपोर्ट – ओम प्रकाश राय


समिट इंडिया के बैनर चले अथर्व भारत 2025 कार्यक्रम के तहत नेशनल एक्सीलेंस अवॉर्ड का आयोजन चंडीगढ़ में हुआ जिसमें पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया एवं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भाग लिया. कार्यक्रम का आयोजन समाज और देश के तरक्की के लिए काम करने वाले लोगों को सम्मानित करने के लिए किया गया था जिससे उन्हें देशभक्ति का भाव उत्पन्न किया जा सके और वह समाज और देश की बेहतरीन के लिए और अधिक तन मन धन से कम कर सके कार्यक्रम में मीडिया पार्टनर के रूप में भारत एक्सप्रेस ने इस आयोजन में अपनी सहभागिता दर्ज कराई.

समिट इंडिया के अध्यक्ष बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं उत्तराखंड के पूर्व प्रभारी श्याम जाजू ने इस आयोजन को लेकर कहा कि सम्मिट इंडिया यह कार्यक्रम इसलिए आयोजित करती है ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके. जो लोग समाज के तरक्की के लिए काम कर रहे हैं उन्हें देश के सामने सरकार हम मीडिया के माध्यम से लाया जा सके.

संस्था देश की तरक्की के लिए काम कर रहे लोगों को मंच देती है

समिट इंडिया एक समाजसेवी संगठन है और जनजाति गुप्ता के लिए ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करता रहता है संस्था के सेक्रेटरी जनरल महेश वर्मा ने कहा कि देश की तरक्की के लिए काम कर रहे लोग जो अभी अनजान बने हुए हैं उन्हें संस्था विभिन्न मंचों के माध्यम से सामने लाती है जिससे लोगों को यह पता चले कि समाज में ऐसे भी लोग हैं जो देश की तरक्की और बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं.

समिट इंडिया के कोच अध्यक्ष जस्टिस लोकपाल सिंह ने कहा कि यह आयोजन केवल देश में ही नहीं विदेशों में भी किया जा रहा है, जिससे भारत और भारत के बाहर लोगों को आपस में एकजुट किया जा सके और देश प्रेम प्रेम की भावना को जागृत किया जा सके.

कार्यक्रम में भाग लेने आए चंडीगढ़ के प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने अपने संबोधन में कहा कि यह संस्था देश में छुपे हुए हुनर को सामने लाकर उन्हें सामान देने का काम कर रही है जिससे वह और अधिक जोश से देश की बेहतरीन और तरक्की का काम कर सके. उन्होंने संस्था के अध्यक्ष श्याम जादू की तारीफ करते हुए कहा कि श्याम जाजू और उनके सहयोग से ही आज मैं इस मुकाम तक पहुंचा हूं.

पीएम मोदी ने नशा मुक्ति कार्यक्रम शुरू करने कहा था

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने समिट इंडिया की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह से समाज और देश की बेहतरीन के लिए जो लोग देशभक्ति की भावना से कम कर रहे हैं उन छुपे हुए धूल के फूल को यह संस्था मीडिया एवं राजनीतिक प्लेटफार्म की मदद से सामने ला रही है जिससे यह और अधिक ऊर्जा के साथ देश और समाज की तरक्की के लिए काम कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को सम्मानित कर उन्हें बहुत प्रसन्नता हो रही है.

उन्होंने हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के अपने अभियान का भी इस कार्यक्रम में कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें नशा मुक्ति का कार्यक्रम शुरू करने के लिए कहा था ताकि हिमाचल प्रदेश, जिससे उनका काफी लगाव है, वह नशा मुक्त राज्य बन सके. इसकी पहल उन्होंने की जिसके कारण आज हिमाचल की पंचायत के लिए राजभवन के दरवाजे खुले हैं और हिमाचल के पंचायत प्रतिनिधियों ने उनके सुझाव पर यह निर्णय लिया कि वह अपने यहां नशा का कारोबार नहीं होने देंगे और जो व्यक्ति नशा करता हुआ पकड़ा जाएगा उसे पंचायत की कोई सुविधा नहीं दी जाएगी.

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश के विश्वविद्यालय में जो फार्म मिलता है उसमें एक शपथ पत्र की छात्र न स्वयं नशा करेंगे और न किसी को नशा करने देंगे. इसकी शपथ भी वह दिलाने का काम कर रहे हैं जिससे नशा मुक्ति के आंदोलन में और तेजी आ सके.

इन्होंने बताया अपना अनुभव

कार्यक्रम में सम्मानित हुए दीपक गर्ग ने कहा कि जब वह चंडीगढ़ और मोहाली आए थे तो उनके पास₹10 भी नहीं थे कि वह बस से सफर कर सके. लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने मेहनत कर ऐसा मुकाम बनाई कि आज उनके पास अपनी फार्मा इंडस्ट्री के साथ-साथ होटल इंडस्ट्री भी है. उन्होंने कहा कि अब वह अपने व्यवसाय के साथ-साथ समाज कल्याण का काम करेंगे जिससे लोगों की भलाई हो सके और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके.

संस्था द्वारा सम्मानित होने वाले एक अन्य सदस्य राज मल्होत्रा ने कहा कि वर्ष 1999 में वह यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे और सही दिशा निर्देशन नहीं मिलने के कारण वह लिखित परीक्षा में तो पास हो गए परंतु इंटरव्यू में उनका चयन नहीं हो सका जिसका मलाल उन्हें आज तक है.

ऐसे में उन्होंने निर्णय लिया कि वह खुद तो इस नहीं बन सके लेकिन अन्य बच्चों को वह इस बनाने का प्रयास करेंगे और इसी क्रम में उन्होंने ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से बच्चों को यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू की. आज उनके द्वारा ऑनलाइन पढ़ाए गए तकरीबन 80 बच्चे यूपीएससी की परीक्षा में उत्तरी होकर आईएएस आईपीएस बने हैं.

राज मल्होत्रा की बेटी सादगी जिन्होंने लंदन से पढ़ाई की है और एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से बच्चों के भविष्य सुधारने के लिए भविष्य यह नाम से एक पोर्टल चल रही है जिससे वह बच्चों के मानसिक विकास एवं उनके द्वारा किए जाने वाले कामों की समीक्षा कर उन्हें दिशा निर्देश देने का काम करेंगे कि भविष्य में वह किस क्षेत्र में ज्यादा सफल हो सकते हैं.

उन्होंने भविष्य या नामक  वेब पोर्टल बनाया है जिसमें 2000 से ज्यादा छात्र जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि छात्रों का भविष्य कैसे उज्जवल हो और कैसे वह बाहर की पढ़ाई को समझ सके और अपना जीवन बेहतर कर सके यही उनका प्रयास है.

-भारत एक्सप्रेस



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