
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह.

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 6 फरवरी 2025 को अमेरिका के नए रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ से पहली बार टेलीफोन पर बातचीत की और उन्हें पद की पुष्टि पर बधाई दी. इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग की समीक्षा की, जिसमें थल, वायु, समुद्री और अंतरिक्ष सहित विभिन्न क्षेत्रों में हो रही व्यापक गतिविधियों पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी में हो रहे उल्लेखनीय विस्तार की सराहना की और इसे और गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई.
तकनीकी सहयोग और रक्षा उद्योग पर जोर
राजनाथ सिंह और पीट हेगसेथ ने तकनीकी सहयोग, रक्षा औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखलाओं के एकीकरण, सैन्य परिचालन क्षमता (इंटरऑपरेबिलिटी) को बढ़ाने, लॉजिस्टिक्स और सूचना साझाकरण पर मिलकर कार्य करने का निर्णय लिया. इसके अलावा, संयुक्त सैन्य अभ्यासों को और प्रभावी बनाने पर भी सहमति बनी. इस वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने सरकारों, स्टार्ट-अप्स, व्यवसायों और शिक्षण संस्थानों के बीच रक्षा नवाचार सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समर्थन जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की.
भारत और अमेरिका के रक्षा मंत्रियों ने एक व्यापक रक्षा सहयोग रूपरेखा (Comprehensive Framework on Defence Cooperation) तैयार करने पर भी सहमति व्यक्त की, जिससे 2025 से 2035 तक की अवधि के लिए द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को एक संरचित ढांचा प्रदान किया जा सके. यह ढांचा दोनों देशों के बीच सैन्य साझेदारी को एक नई दिशा देने में मदद करेगा.
भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में बढ़ता सहयोग
भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग पिछले कुछ वर्षों में लगातार मजबूत हुआ है. दोनों देशों ने BECA (Basic Exchange and Cooperation Agreement), LEMOA (Logistics Exchange Memorandum of Agreement) और COMCASA (Communications Compatibility and Security Agreement) जैसे महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे सैन्य सूचना साझाकरण और रक्षा लॉजिस्टिक्स सहयोग को बढ़ावा मिला है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ की यह पहली वार्ता भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों के विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है. दोनों देशों ने तकनीकी सहयोग, सैन्य अभ्यास, रक्षा आपूर्ति श्रृंखला और रक्षा नवाचार में सहयोग को बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है. इसके अलावा, अगले दशक के लिए एक व्यापक रक्षा सहयोग ढांचे पर कार्य करने की सहमति से यह संकेत मिलता है कि भारत और अमेरिका की रक्षा साझेदारी आने वाले वर्षों में और मजबूत होगी.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.