आतंकी सैयद सलाहुद्दीन व NIA द्वारा कुर्की का लगाया गया बोर्ड
Jammu Kashmir: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए ने हिजबुल मुजाहिदीन चीफ सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटों की संपत्तियों को कुर्क कर लिया है. ये संपत्तियां जम्मू-कश्मीर के बडगाम में स्थित हैं. सैयद सलाहुद्दीन एक घोषित आतंकी है और यूएपीए के तहत उसके खिलाफ एनआईए ने यह कार्रवाई की है.
कुर्की का लगाया बोर्ड
एनआईए की एक अदालत के आदेश के बाद अधिकारियों ने सोमवार को श्रीनगर में हिजबुल चीफ के बेटे सैयद अहमद शकील की संपत्ति कुर्क कर ली. एनआईए ने इन संपत्तियों की कुर्की को लेकर एक बोर्ड भी लगा दिया है.
विशेष एनआईए अदालत द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, “एनआईए नोटिस के अनुसार, यूए (पी) अधिनियम, 1967 के तहत एक ‘सूचीबद्ध आतंकवादी’ सैयद अहमद शकील के स्वामित्व में अचल संपत्ति- सर्वेक्षण संख्या 1917/1566, 1567 और 1568 राजस्व एस्टेट, नर्सिग गढ़, मोहल्ला राम बाग, श्रीनगर, गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम, 1967 की उप-धारा 33 (1) के तहत अटैच किया गया है.
सलाहुद्दीन के बेटे सैयद अहमद शकील 2018 में गिरफ्तार होने के बाद से ही तिहाड़ जेल में बंद है. टेरर फंडिंग मामले में शकील को NIA ने गिरफ्तार किया था. जबकि शाहिद युसूफ को 2017 में गिरफ्तार किया गया था और वह भी तिहाड़ जेल में बंद है.
कौन है सैयद सलाहुद्दीन
सैयद सलाहुद्दीन का असली नाम सैयद मोहम्मद युसूफ शाह है और वह आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का चीफ है. वह 1993 में पाकिस्तान भाग गया था. वह अक्सर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है. सलाहुद्दीन कश्मीर में आतंकी वारदातों को अंजाम देता रहा है और सरहद पार से आतंकियों को भेजता रहा है. 2017 में सलाहुद्दीन को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने विशेष नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था.
-भारत एक्सप्रेस
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