Chandrayaan-3
Chandrayaan-3: भारत का चंद्रयान चांद को छूने को तैयार है. शाम 6: 4 बजे लैंडर विक्रम लैंडिंग पॉइंट पर लैंड करने जा रहा है. इसरो में वैज्ञानिक हर गतिविधी पर नजर बनाए हुए हैं. पीएम मोदी भी इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनेंगे. दरअसल, पीएम मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका में हैं. पीएम इस बार ISRO से वर्चुअली जुड़ेंगे. पीएम तब तक जुड़े रहेंगे जब तक की लैंडिंग सफल न हो जाए.
18:04 बजे किया जाएगा सॉफ्ट-लैंडिंग का प्रयास
ISRO के वैज्ञानिकों ने कहा है कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर चंद्रयान 3 इतिहास रचने को पूरी तरह से तैयार है. सॉफ्ट-लैंडिंग का प्रयास 18:04 बजे किया जाएगा. बुधवार को चंद्रमा पर उतरने के प्रयास से पहले दुनिया भर से शुभकामनाएं आ रही हैं. बता दें कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का भारत का यह दूसरा प्रयास है. सफल लैंडिंग करते ही भारत दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा.
पिछली बार बेंगलुरु से पीएम ने देखा था मिशन
लैंडिंग से पहले, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अंतरिक्ष यान की स्थिति का अपडेट दिया. इसमें कहा गया है कि चंद्रयान-3 बिल्कुल सही काम कर रही है. अपने पिछले प्रयास में चंद्रयान -2 विफल रहा था. 7 सितंबर, 2019 को टच डाउन के दौरान लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. उस वक्त पीएम मोदी ने बेंगलुरु से ही इस मिशन को देखा था. मिशन की विफलता के बावजूद, पीएम मोदी ने ISRO के प्रयास की सराहना की और देश ने पीएम और इसरो प्रमुख के सिवन के बीच एक भावुक क्षण देखा. 2019 में मिशन की विफलता के बाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि विफलता के बाद चंद्रमा को छूने का भारत का संकल्प और भी मजबूत हो गया है.