सुप्रीम कोर्ट.
NEET Paper Leak Case: नीट-यूजी 2024 धांधली मामले में सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद NTA ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है. NTA ने अपने जवाब में कहा है कि NEET-UG 2024 को रद्द करना उचित नहीं है, क्योंकि अगर परीक्षा रद्द की जाती है तो यह होनहार छात्रों के साथ धोखा होगा. नीट परीक्षा धांधली मामले में NTA ने हलफनामा दाखिल किया है.
एनटीए ने क्या कहा?
NTA ने कहा कि पेपर लीक की सूचना मिलते ही सभी जरूरी कदम उठाए गए थे. NTA ने कहा है कि कई राज्यों में NEET पेपर लीक की शिकायतें आई हैं, और इसलिए सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. NTA ने यह भी कहा है कि इससे जुड़े मामलों में गिरफ्तारियां भी की गई हैं और पेपर लीक करने वाले संगठित गिरोह के साथ ही उसके सरगना की तलाश लगातार जारी है. NTA ने कहा है कि शिक्षा मंत्रालय की ओर से एक हाई लेवल कमेटी NTA को बेहतर बनाने और परीक्षाओं को सही तरीके से कराने के सुझाव देने के संबंध में गठित की गई है.
सरकार ने कमेटी का किया गठन
इस कमेटी का नेतृत्व पूर्व इसरो चेयरमैन डॉक्टर के राधाकृष्णन कर रहे है, जो दो माह में मंत्रालय को रिपोर्ट सौपेंगे. पेपर लीक करने के पीछे संगठित गिरोह और सरगना का पता लगाने के लिए जांच लगातार जारी है. सरकार ने हाल ही में लागू किए गए सार्वजनिक परीक्षा कानून का हवाला देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्ती से निपटा जा सके इसके लिए सरकार सख्त कानून लेकर आई है.
पेपर लीक में अब तक 26 याचिकाएं दायर
बता दें कि नीट यूजी परिणाम 2024 के खिलाफ कई छात्रों, कोचिंग संस्थानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. अब तक लगभग 26 याचिका दायर की जा चुकी है. जिसमें NTA की ओर से भी कई याचिकाएं दायर की गई है. जिसमें देशभर के अलग-अलग राज्यों में दायर याचिका को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर की मांग की गई है. याचिकाओं में कुछ में याचिकाकर्ताओं ने पेपर लीक का आरोप लगाया है तो कुछ ने पूरी परीक्षा रद्द करने और मेडिकल प्रवेश परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की गुहार लगाई है.
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वहीं कुछ याचिकाकर्ताओं ने NTA के संचालन की जांच करने की मांग की है. NTA सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए NEET-UG का आयोजन करती है. इस साल 5 मई को 4750 केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 24 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. प्रश्न पत्र लीक समेत अनियमितताओं के आरोपों के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए तथा विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को उठाया.
-भारत एक्सप्रेस
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