Bharat Express

Pakistan Nuclear Location: पाकिस्तान ने भारत को दी न्यूक्लियर ठिकानों की जानकारी, बताया कहां छिपाए हैं विध्वंसक हथियार

Pakistan Nuclear Location: पाकिस्तान ने बताया है कि आखिर उसने अपने खतरनाक हथियार किन किन इलाकों में छिपा रखे हैं.

पाकिस्तानी परमाणु हथियार (फाइल फोट)

Pakistan Nuclear Location: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के नेता और आर्मी के अफसर आए दिन भारत को धमकी देता रहा है कि उसके पास परमाणु हथियार है. उसकी हमेशा ही यह गीदड़भभकी रहती है कि वह भारत पर परमाणु हमला कर देगा. ऐसे में पाकिस्तान ने अब अपने परमाणु हथियारों की लोकेशन शेयर की है, जो कि भारत के लिहाज से राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से बेहद अहम है.

पाकिस्तान ने बताया है कि उसने अपने परमाणु हथियार सिंध प्रांत में हैदराबाद से 18 किलोमीटर उत्तर में और भारतीय सीमा से 145 किलोमीटर दूर स्थित है. यहां छह मिसाइल गैराज हैं, जो 12 लॉन्चर्स के लिए बनाए गए हैं. इस सैन्य बेस का विस्तार 2004 से ही चल रहा है. सैटेलाइट तस्वीरों में दिख रहे वाहनों के विश्लेषण से पता चलता है कि पांच एक्सेल वाले ट्रांस्पोर्टर इरेक्टर लॉन्चर्स बाबर क्रूज़ मिसाइल हथियार सिस्टम के लिए हैं.

यह भी पढ़ें- Goldy Brar Terrorist: गोल्डी बराड़ UAPA के तहत आतंकी घोषित, इसी ने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मरवाया था

बता दें कि केवल पाकिस्तान ही नहीं बल्कि भारत ने भी परमाणु ठिकानों की लिस्ट साझा की है. यह वो परमाणु प्रतिष्ठान हैं, जिन पर दुश्मनी की हालत में हमला नहीं किया जा सकता. दोनों देशों के बीच संबंध पिछले कुछ अरसे से सामान्य नहीं हैं. इसके बावजूद पिछले 1992 से शुरू हुई परंपरा इस साल भी जारी रही। विदेश मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान में इसकी जानकारी दी.

इसके मुताबिक नई दिल्ली और इस्लामाबाद में राजनयिक चैनलों के माध्यम से परमाणु प्रतिष्ठानों की सूचियों का आदान-प्रदान किया गया. परमाणु ठिकानों और प्रतिष्ठानों पर हमले को रोकने संबंधी समझौते के प्रावधानों के अनुरूप इनका पालन किया गया. दोनों पक्ष परमाणु प्रतिष्ठानों के विवरण का खुलासा नहीं करते हैं.

यह भी पढ़ें-Japan Earthquake: जापान में लगे भूकंप के 21 खतरनाक झटके, प्रधानमंत्री ने सावधानी के लिए जारी किया बयान

गौरतलब है कि इस समझौते पर 31 दिसंबर 1988 को हस्ताक्षर किए गए थे और 27 जनवरी 1991 को यह अमल में आ गया था. इसमें कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान को हर कैलेंडर वर्ष की पहली तारीख को समझौते के तहत आने वाले परमाणु प्रतिष्ठानों और सुविधाओं के बारे में एक-दूसरे को सूचित करना चाहिए. इस तरह से यह 33वां मौका था, जब दोनों देशों से इस तरह की लिस्ट एक-दूसरे से साझा की.

-भारत एक्सप्रेस

Bharat Express Live

Also Read