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नीट की दोबारा परीक्षा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर, NTA के संचालन की जांच के लिए उठी मांग

NEET Re-Examination: नीट पेपर लीक मामले में अब तक लगभग 26 याचिकाएं दायर की गई हैं. सीबीआई ने पेपर लीक घोटाले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है.

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सांकेतिक तस्वीर.

NEET Re-Examination: नीट 2024 का दोबारा परीक्षा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. यह याचिका गुजरात के 56 छात्रों की ओर से दायर की गई है. याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से नीट का दोबारा परीक्षा जैसा कोई भी फैसला न सुनाने की सुप्रीम कोर्ट से अपील की गई है. याचिकाकर्ताओं का कहना है कि ज्यादातर छात्रों ने दो साल की कड़ी मेहनत और 100 फीसदी लगन के साथ परीक्षा दिया था. ऐसे में परीक्षा रद्द करने का फैसला छात्रों के हित में नही होगा और ये उनके मौलिक अधिकार का उल्लंघन है. याचिका में यह भी कहा गया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन दो परीक्षा कराने का आदेश देना सही नहीं होगा.

याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर की मांग

नीट यूजी से संबंधित दायर सभी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ 8 जुलाई को सुनवाई करेगी. नीट यूजी परिणाम 2024 के खिलाफ कई छात्रों, कोचिंग संस्थानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. अब तक लगभग 26 याचिका दायर की जा चुकी है. जिसमें NTA की ओर से भी कई याचिकाएं दायर की गई हैं. जिसमें देशभर के अलग-अलग राज्यों में दायर याचिका को सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर की मांग की गई है. याचिकाओं में कुछ में याचिकाकर्ताओं ने पेपर लीक का आरोप लगाया है तो कुछ ने पूरी परीक्षा रद्द करने और मेडिकल प्रवेश परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की गुहार लगाई है.

NTA के संचालन की जांच को लेकर उठी मांग

वहीं, कुछ याचिकाकर्ताओं ने NTA के संचालन की जांच करने की मांग की है. इसके अलावा भी बहुत कुछ है. बता दे कि 6 जुलाई से होने वाले नीट यूजी काउंसलिंग पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट इनकार कर चुका है. दूसरी ओर इस मामले की जांच कर रही सीबीआई को एक बड़ी कामयाबी मिली है. सीबीआई ने अमन सिंह को गिरफ्तार किया है. अमन सिंह कथित तौर पर नीट यूजी पेपर लीक मामले में मुख्य साजिशकर्ता है. इससे पहले 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. सीबीआई ने पेपर लीक घोटाले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है. घोटाले के मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों ने खुलासा किया है कि मुखिया कथित तौर पर बिहार के पटना और नालंदा में पेपर लीक नेटवर्क चलाता है और उसके बाद एक गिरोह का काम करता है.

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